एक समय ऐसा भी था, जब बारिश के समय पानी के छीटें…,आचार्य सत्येंद्र दास ने बताई पीड़ा

नई दिल्‍ली (New Dehli) । अयोध्या (Ayodhya)में रामलला को ठंड से बचाने (save)के लिए उन्हें जयपुर की स्पेशल रजाई (special quilt)ओढ़ाई गई है. इसके अलावा रामलला (Ramlala)को कंबल भी ओढ़ाया (covered)गया है और गर्भगृह में गर्माहट को बनाए रखने के लिए ब्लोअर भी लगाया गया है. इस बीच रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया एक समय ऐसा भी था, जब बारिश के समय पानी छीटें भगवान के ऊपर गिरती थीं.

आज तक को दिए इंटरव्यू में आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि जब बारिश पड़ती थी तो उनको बड़ा कष्ट होता था, क्योंकि जब बारिश होती थी तो पानी की छीटें भगवान के ऊपर पड़ने लगती थीं और उसे रोकने का कोई उपाय नहीं होता था.

‘कूलर, एसी नहीं कर सकते थे इस्तेमाल’

उन्होंने कहा कि गर्मी के दौरान वह एक पंखे के अलावा किसी और चीज का इस्तेमाल नहीं कर सकते थे. वहां, न कूलर लगाने की इजाजत थी और न ही एयर कंडीशनर (AC) लगाने की. वह जब भी कोई नई चीज मांगते थे रिसीवर उनसे कहते थे कि कोई भी चीज बिना कोर्ट की इजाजत के नहीं मिल सकती.

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां जारी

गौरलतब है कि अयोध्या में अगले साल 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होना है. इसके लिए पूरे जोर-शोर के साथ तैयारियां चल रही हैं. साथ ही राम मंदिर के निर्माण काम भी तेजी से चल रहा है. इसके अलावा शहर का सौंदर्यीकरण भी हो रहा है.

सड़क पर सजाए गए 30 फीट ऊंचे सूर्य स्तंभ

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अयोध्या की एक प्रमुख सड़क को सूरज की थीम वाले ‘सूर्य स्तंभों’ से सजाया जा रहा है. इन स्तंभों की ऊंचाई 30 फीट होगी और उस पर एक सजावटी गोला लगाया जाएगा. रात होने पर जब इन गोलों में लाइट जलेगी, तो ये सूरज की तरह दिखाई देगा.

उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अयोध्या संभाग ने बताया कि शहर के ‘धर्म पथ’ मार्ग पर ऐसे कुल 40 स्तंभ पर लगाए जाएंगे. यह सड़क नया घाट के पास लता मंगेशकर चौक को अयोध्या बाईपास से जोड़ती है.

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