उद्धव ने सत्यपाल मलिक के बहाने केन्द्र पर कसा तंज, बोले- महाराष्ट्र में कभी भी हो सकते हैं चुनाव

मुंबई (Mumbai)। महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Former CM Uddhav Thackeray) ने एक बार फिर केंद्र सरकार (Central government) और महाराष्ट्र की वर्तमान सरकार के साथ ही भाजपा (BJP) पर हमला बोला है। उन्होंने जलगांव के पाचोरा में एक जनसभा के दौरान रविवार को भाजपा सरकार (BJP government) के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पुंछ में हुए हमले और सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) को सीबीआई (CBI) के समन के साथ ही अदाणी मुद्दे पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि राज्य में चुनाव कभी भी हो सकते हैं। आज भी हम तैयार हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में है और हमें उम्मीद है कि फैसला हमारे पक्ष में आएगा।

ठाकरे ने मंच से बोलते हुए कहा कि अभी हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हमला हुआ, उसमें हमारे जवान भी शहीद हुए, उस समय हमारे गृहमंत्री कर्नाटक चुनाव में व्यस्त थे। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल मलिक को सीबीआई के समन का जिक्र करते हुए कहा कि जब मलिक ने पुलवामा हमले के बारे में बयान दिया तो उनके पीछे सीबीआई को लगा दिया गया।

शिवसेना को लेकर दिया यह बयान
अपने संबोधन के दौरान महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ने शिवसेना पर भी अपना दावा ठोंका। उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें लोगों से मिल रहे समर्थन को देखकर पाकिस्तान भी बता देगा कि असली शिवसेना किसकी है, लेकिन निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं कर सकता, क्योंकि वह मोतियाबिंद से पीड़ित है। उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी और समर्थक यह सुनिश्चित करेंगे कि ‘गद्दारों’ का राजनीतिक रूप से सफाया हो जाए। उद्धव का परोक्ष तौर पर इशारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायकों की तरफ था, जिनकी बगावत के चलते जून 2022 में उद्धव नीत महाविकास आघाडी (एमवीए) सरकार गिर गई थी।

गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने इस साल की शुरुआत में ठाकरे गुट को करारा झटका देते हुए ‘शिवसेना’ नाम और पार्टी का चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ शिंदे गुट को आवंटित कर दिया था। उद्धव ठाकरे ने कहा कि पार्टी का ‘वज्रमूठ’ (मुट्ठी) एमवीए गठबंधन का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और भाजपा को राज्य में चुनाव कराने की चुनौती दी। उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि उनकी पार्टी का ‘मशाल’ चुनाव चिह्न शिंदे और भाजपा के सिंहासन को आग लगा देगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वालों ने उन्हें धोखा दिया, लेकिन इन लोगों को चुनाव जिताने वाले लोग उनके साथ हैं।

उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा, ‘ये लोग मुझ पर आरोप लगाते हैं कि मैंने अपने घर से सरकार चलाई। हां, मैंने अपने घर से सरकार चलाई, लेकिन आप एक जगह से दूसरी जगह घूमते हुए भी उस तरह से नहीं चला सकते। हम यहां सिर्फ राजनीति के लिए नहीं बल्कि लोगों की सेवा के लिए हैं।’

अपने संबोधन में उन्होंने बाला साहेब का नाम इस्तेमाल करने पर भी निशाना साधा। ठाकरे ने कहा कि उन्होंने शिवसेना नाम चुरा लिया, हमारा धनुष-बाण ले लिया। अब वे मेरे पिता का नाम भी छीनना चाहते हैं। इसके बाद भी राज्य की जनता हमारे साथ है। राज्य में चुनाव कभी भी हो सकते हैं, आज भी हम तैयार हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट में है और हमें उम्मीद है कि फैसला हमारे पक्ष में आएगा। उसके बाद कभी भी कुछ भी हो सकता है। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ हुई कार्रवाई को भी गलत करार दिया।

शिंदे ने किया पलटवार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि असली शिवसेना किसकी है, यह तय करने के लिए पाकिस्तान के प्रमाणपत्र की जरूरत है। ठाणे में आयोजित एक कार्यक्रम में उद्धव की टिप्पणी की तरफ इशारा करते हुए शिंदे ने कहा, “जलगांव में किसी ने कहा कि पाकिस्तान को भी पता चल जाएगा कि असली शिवसेना किसकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है कि शिवसेना किसकी है, यह तय करने के लिए पाकिस्तान के प्रमाणपत्र की जरूरत है।”

10-15 दिन में गिर जाएगी सरकार
इससे पहले, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने दावा किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार का डेथ वॉरंट जारी हो चुका है और यह सरकार 15-20 दिन में गिर जाएगी। राउत ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उनकी पार्टी कोर्ट के आदेश का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि हमारे साथ न्याय होगा।

वहीं, सत्तारूढ़ शिवसेना (शिंदे के नेतृत्व वाली) ने राउत को ‘फर्जी ज्योतिषी’ करार दिया और कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) में ऐसे कई नेता हैं, जो इस तरह की भविष्यवाणियां करते रहते हैं। पुणे में महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री एवं शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के सदस्य दीपक केसरकर ने राउत को ‘फर्जी ज्योतिषी’ बताया।

राज्यसभा सांसद सुप्रीम कोर्ट के उस केस की बात कर रहे थे, जिसमें शिवसेना के 16 बागी विधायकों की अयोग्यता पर फैसला होना बाकी है। गौरतलब है कि शिवसेना के कई नेताओं ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व को मानने से इनकार करते हुए अपना समर्थन एकनाथ शिंदे गुट को दे दिया था। विधायकों की इसी बगावत के खिलाफ ठाकरे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की थी।

बीते साल शिंदे ने की थी बगावत
पिछले साल जून में ही शिवसेना नेता शिंदे ने महाविकास अघाड़ी सरकार में रहते हुए बगावत कर दी थी। शिंदे ने शिवसेना के 39 विधायकों को लेकर अपना अलग गुट बना लिया था, जिसके बाद महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया था। शिंदे ने महाविकास अघाड़ी को तोड़कर भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन बनाया था। उन्होंने इसके पीछे वैचारिक मतभेदों और कांग्रेस पार्टी और भारतीय राष्ट्रवादी कांग्रेस द्वारा अनुचित व्यवहार को वजह बताया था। साथ ही शिंदे ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी कई आरोप लगाए थे।

कर्नाटक में पार्टी के लिए प्रचार करेंगे सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार योगी कनकपुरा सीट पर भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में जनसभा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि योगी के भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में कई चुनावी रैलियां करने की संभावना है। कनकपुरा में राजस्व मंत्री आर अशोक का मुकाबला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार से है। आर अशोक भाजपा के दिग्गज नेताओं में से एक हैं और वोक्कालिगा समुदाय के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ वोक्कालिगा समुदाय में खासे लोकप्रिय हैं और उनकी उपस्थिति भाजपा की जीत सुनिश्चित करेगी।

Leave a Comment