संवेदनशील केंद्रों पर 98 फीसदी तक बेखौफ हुआ मतदान

सबसे ज्यादा देपालपुर और विधानसभा 1 में किए थे चिह्नित, मतदान के दिन छुटपुट विवाद के बावजूद अधिकांश केंद्रों पर अच्छा रहा मतदान

इंदौर। कांग्रेस-भाजपा (Congress-BJP) के उम्मीदवारों के साथ-साथ दिग्गजों की भी नींद उड़ी है और स्पष्ट जीत के दावे खम्भ ठोंककर कोई भी जीत के दावे करने की स्थिति में नहीं है। सट्टा बाजार में भी सीटों को लेकर उतार-चढ़ाव चल रहे हैं। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी या फिर भाजपा की सरकार रहेगी। इसका फैसला तो 3 दिसम्बर को मतगणना के दिन होगा। अभी संवेदनशील बूथों पर भी बेखौफ मतदान हुआ है। जिले में 583 केन्द्र चिन्हित किए गए थे, जिनमें सर्वाधिक देपालपुर में, तो 78 विधानसभा-1 में थे, जहां का चुनाव सबसे चर्चित और सबसे अधिक शिकायतों वाला भी रहा है। इन संवेदनशील बूथों में (in sensitive booths) से एक बूथ पर तो 98 फीसदी तक मतदान होने के आंकड़े सामने आए हैं। हालांकि कुछ बूथों पर 43 फीसदी तक कम मतदान भी हुआ है।

अभी उम्मीदवारों द्वारा जहां बूथवार गणना की जा रही है, उसके आधार पर जीत-हार के दावे सोशल मीडिया पर जमकर हो रहे हैं। सभी उम्मीदवारों के समर्थक अपने-अपने नेता की जीत के प्रति आश्वस्त हैं। इंदौर की 9 विधानसभा सीटों पर इस बार मतदान का प्रतिशत पिछली बार की तुलना में दो-ढाई बढ़ा है और ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो 3 दिसम्बर को ही पता चलेगा, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने जो व्यवस्था की उससे मतदान के प्रतिशत में इजाफा हुआ ही, वहीं लगातार फ्लेग मार्च से लेकर जो सख्ती की गई उसके चलते मतदान के दिन छुटपुट विवाद ही हुए और अधिकांश संवेदनशील बूथों पर भी शांतिपूर्वक मतदान निपट गया। ऐसे केन्द्रों पर वेब कॉस्टिंग भी आयोग ने करवाई और अतिरिक्त पुलिस बल के साथ अमले को तैनात किया। जिले के 583 संवेदनशील केन्द्रों में सबसे अधिक देपालपुर में 80, विधानसभा-1 में 78, दो में 66, 3 में 45, 4 और 5 में 77-77, महू में 30, सांवेर में 63, तो राऊ में 67 केन्द्र रहे। इनमें देपालपुर का एक बूथ नम्बर 10 ऐसा है, जिस पर 98 फीसदी तक मतदान हुआ है। वहीं एक अन्य 195 बूथ नम्बर पर भी 90 और बूथ नम्बर 224 पर 91 फीसदी मतदान के आंकड़े सामने आए हैं। इसी तरह विधानसभा-1 के बूथ नम्बर 209 पर 84 फीसदी, तो 299 पर 83 फीसदी मतदान हुआ है। विधानसभा-2 के बूथ 240 पर सर्वाधिक 74 फीसदी, तो 28 नम्बर बूथ पर 73 फीसदी मतदान की जानकारी मिली है। इसी तरह विधानसभा 3 में सर्वाधिक 83 फीसदी मतदान बूथ नम्बर 23 पर तो 80 फीसदी बूथ नम्बर 50 पर हुआ है। विधानसभा-4 में बूथ नम्बर 10 पर 82, बूथ नम्बर 161 पर 73, 188 पर 77 फीसदी मतदान हुआ है। इसी तरह अन्य संवेदनशील बूथों पर भी मतदान का प्रतिशत अच्छा रहा है। वहीं जिला निर्वाचन कार्यालय ने 3 दिसम्बर को होने वाली मतगणना की तैयारियां भी शुरू कर ली है। विधानसभा निर्वाचन-2023 की मतगणना 3 दिसम्बर को सुबह 8 बजे से प्रारंभ होगी। सबसे पहले 8 बजे से पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू की जायेगी। सुबह 8:30 बजे से ईव्हीएम में दर्ज मतों की गणना प्रारंभ होगी। सभी जिला निर्वाचन अधिकारी सजग एवं सतर्क रहें और मतगणना को पारदर्शी प्रक्रिया से सम्पन्न कराएं। स्ट्रांग रूम में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (ष्ट्रक्कस्न) की सुरक्षा व्यवस्था की जाये। मतगणना के दिन विद्युत की सतत आपूर्ति हो और किसी भी वजह से मतगणना प्रभावित न हो। सभी मतगणना केन्द्रों में अग्निशमन यंत्र भी अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहें। मतगणना स्थल पर सभी व्यवस्थाएँ सुचारू तरीके से कर ली जाये। यह निर्देश मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री अनुपम राजन ने मंगलवार को निर्वाचन सदन भोपाल से कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दिये।

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