उज्जैन में विवेक यादव ने फिर मारी पलटी, आप का साथ छोड़ फिर हुए कांग्रेसी

भोपाल। राजनीति में आजकल न उसूल चलते हैं न सिद्धांत सिर्फ फायदा देखा जाता है। ऐसा ही मामला उज्जैन में देखने को मिल रहा है। जहां उज्जैन उत्तर विधानसभा सीट (Ujjain North Assembly Seat) पर बड़ा उलटफेर सामने आया है। दरअसल, कांग्रेस से नाराज होकर विवेक यादव ने पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था। आम आदमी पार्टी ने उनको उज्जैन उत्तर से अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था। लेकिन एक नाटकीय घटनाक्रम में विवेक यादव ने मंगलवार को कांग्रेस में घर वापसी कर ली। इससे आम आदमी पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के नेता हैरान हैं।विवेक यादव ने खुद एक वीडियो जारी कर बताया कि वह एक बार फिर कांग्रेस के हो गए हैं।

विवेक यादव ने कहा कि उन्होंने प्रत्याशी माया त्रिवेदी (Maya Trivedi) के पक्ष में काम करने का मन बना लिया है। मालूम हो कि उज्जैन उत्तर विधानसभा से उम्मीदवारी जता रहे विवेक यादव को जब कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया था तो नाराज हो गए थे। उनके समर्थकों ने कांग्रेस प्रत्याशी माया राजेश त्रिवेदी का पुतला दहन कर विरोध किया था। बाद में विवेक ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली थी। यही नहीं AAP ने उन्हें उज्जैन उत्तर विधानसभा से प्रत्याशी भी बना दिया था। इससे यह सीट त्रिकोणीय मुकाबले में चली गई थी।

चुनावी विश्लेषकों की मानें तो उज्जैन उत्तर सीट से कांग्रेस को अच्छा खासा नुकसान होने की संभावना बढ़ गई थी। यही वजह थी कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक को मनाने उनके पास पहुंचे थे। आखिरकार सुरजेवाला की बात मानकर विवेक यादव फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। वह माया राजेश त्रिवेदी के पक्ष में खड़े नजर आए। अब बीजेपी प्रत्याशी अनिल जैन के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। माना जा रहा था की विवेक यादव के चुनाव लड़ने से कांग्रेस को सीधा नुकसान होगा लेकिन अब खेल बदल गया है।

विवेक यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उन्हें बुलाया और मेरे साथ चर्चा करके एक वीडियो भी जारी किया है। मैं टिकट नहीं मिलने से नाराज जरूर था लेकिन वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के लगातार संपर्क में था। कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह ने मुझ से फोन पर चर्चा की थी। फिर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष और जिले की प्रभारी शोभा ओझा और जिला अध्यक्ष मुझसे मिलने आए थे। कमलनाथ जी के निर्देश पर कुलदीप इंदौरा जी घर आकर मुझे पार्टी में काम करने की अपील की थी।

कुलदीप इंदौरा जी मुझे साथ लेकर कमलनाथ जी के बंगले पर गए जहां उनसे चर्चा के बाद मैंने फैसला किया कि कांग्रेस पार्टी जो भी काम देगी मैं करूंगा। वहीं कुलदीप इंदौरा ने कहा कि विवेक यादव हमारे परिवार के हैं। हम इन्हें ऐसे नहीं जाने दे सकते हैं। 2 दिन पूर्व कुलदीप इंदौरा उज्जैन पहुंचे थे। कांग्रेस नेता राजेश तिवारी ने बताया कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के साथ फोन पर चर्चा के बाद कांग्रेस सचिव एवं प्रदेश सह प्रभारी कुलदीप इंदौरा विवेक यादव से मिलने उनके निवास पर पहुंचे थे।

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