जिनका अंतिम संस्कार नहीं हो सका, उनके पिंड दान कर रहे स्वयंसेवक

  • राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अंजान कोरोना मृतकों के पिंड दान का बीड़ा उठाया

भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कई ऐसे परिवार हैं जो कोरोना संक्रमित (Corona Infection) सदस्यों के निधन के बाद उनका विधि-विधान से अंतिम संस्कार तक नहीं कर पाए। इस काम के लिए अब संघ के स्वयंसेवक आगे आए हैं। भोपाल (Bhopal) में संघ के स्वयंसेवकों ने 200 से ज्यादा लोगों की अस्थियों को होशंगाबाद (Hoshangabad) जाकर विधि-विधान के साथ नर्मदा नदी
(
Narmada River) में विसर्जित किया। होशंगाबाद के मंगल घाट पर अस्थियां विसर्जित करने की प्रक्रिया पूरी की गई।
संघ के कार्यकर्ता रमेश लेखवानी (Ramesh Lekhwani) ने बताया कि जब हमारे स्वयंसेवक अंतिम संस्कार में सहयोग कर रहे थे तो कई ऐसे शव भी आए जिनके साथ कोई नहीं था। हमने उन सभी लोगों की अस्थियों को इक_ा किया। कई ऐसे परिवार थे, जो किन्हीं कारणों से अपने परिजनों की अस्थियों को नहीं ले जा पाए। उन्होंने हमसे अनुरोध किया था कि विधि-विधान से उनके प्रियजनों की अस्थियों का विसर्जन करने में सहयोग करें। संघ के स्वयंसेवक की टोली बनाकर 200 से ज्यादा अस्थियों के साथ भोपाल (BHopal) से नर्मदापुरम (होशंगाबाद) निकले। इस दौरान मध्यभारत के प्रांत संघचालक अशोक पाण्डेय ने पुष्पांजलि अर्पित कर नर्मदापुरम के मंगल घाट पर पूजन के बाद इन अस्थियों को नर्मदा में विसर्जित कर दिया।

ऑनलाइन जुड़े परिजन
इस दौरान स्वयंसेवकों ने कई परिवारों को ऑनलाइन भी जोड़ा। उन्होंने पूरे विधि-विधान से ऑनलाइन ही रस्में पूरी कीं। बता दें कि कोरोना काल में मध्यभारत प्रांत के स्वयंसेवकों ने 53 स्थानों पर अंतिम संस्कार के लिए अपनी सेवाएं दी।

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