हम ऐसा इतिहास रचना चाहते हैं, जो भारत को मानसिक गुलामी से मुक्त कर दे: PM Modi

भोपाल/नई दिल्‍ली। कोरोना काल (corona period)  में भाजपा (BJP) के कार्यकर्ताओं ने अपनी जान को जोखिम में डालकर सेवा का इतिहास रचा। अब हम ऐसा इतिहास रचना चाहते हैं, जो भारत को मानसिक गुलामी से मुक्त कर दे। ऐसा भारत जो स्वाभिमान, संकल्पों और सामर्थ्य से भरा हो। समर्पण से, ताकत से भरे हिंदुस्थान का संकल्प ही भावी इतिहास का पथ है। मुझे विश्वास है, हमारे कार्यकर्ताओं का पुरुषार्थ व्यर्थ नहीं जाएगा और इस संकल्प की पूर्ति में कोई रुकावट नहीं आएगी। यह बात प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कही।


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान भाजपा के कार्यकर्ता सेवा परमो धर्म: का मंत्र लेकर आगे बढ़े। उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर एक अनजान दुश्मन की उपस्थिति में लोगों की सेवा की, जो कभी भी उन्हें अपनी गिरफ्त में ले सकता था। सत्ता में रहते हुए लोगों की सेवा करना, पद पर रहते हुए आमजन की चिंता करना, ये सामान्य नहीं, असामान्य सेवा थी। ये 19 महीने मेरे कार्यकाल का सबसे अच्छा समय रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि हम भारतीय जनता पार्टी के लोग परिवार या व्यक्ति पर आधारित नहीं हैं, हम परंपरा आधारित हैं, पराक्रम के अधिष्ठान वाले लोग हैं। भाजपा आज इतनी बड़ी पार्टी है, लेकिन उसे इस स्थिति तक पहुंचाने के लिए लोगों ने बहुत त्याग किया, तपस्या की। कम से कम सुविधाओं के साथ उन्होंने काम किया। उनके त्याग और तपस्या से ही भाजपा इतनी बड़ी पार्टी बनी है। उन्होंने हमारे लिए तपस्या की थी। ऐसे लोग हर प्रदेश, हर जगह हुए हैं। उनके बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दें, यह टेक्नोलॉजी का सबसे अच्छा उपयोग होगा। श्री मोदी ने कहा कि हम शार्टकट पर चलकर जिंदगी गुजारने वाले लोग नहीं हैं, हम तपस्या करने वाले, विचारों को जीते-जीते, लोगों को समझाते-समझाते एक नया जीवन गढ़ने वाले लोग हैं। इसलिए हमारे बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ निरंतर विचार सत्रों का आयोजन करें। हमारे कई कार्यकर्ता ऐसे हैं, जिनके जीवन में राजनीति के अलावा भी कुछ विशेषता रही है। जिन्होंने सिर्फ खुद के संतोष के लिए सर्वजन हिताय की भावना से काम किया है, उन्हें खोजें।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भाजपा जहां हैं, वहां पार्टी की संरचना, व्यवस्थाओं, नियम-कायदों का महत्व तो है ही, लेकिन हमें बहुत सतर्कता के साथ राजनीतिक हिसाब-किताब से ऊपर उठकर अपनत्व को लेकर कुछ करना होगा। यह समय की मांग है। श्री मोदी ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता आत्मविश्वस से भरे हैं। हमने कुछ किया है, इसलिए विश्वास है कि जनता हमारे साथ चलेगी। हमें निरंतर जो हुआ है और जो हो रहा है, उसकी चर्चा करते रहना है।
श्री मोदी ने कहा कि देश इतने बड़े संकट में भी जी रहा है उसका मूल कारण हमारा तत्व ज्ञान है, जो हमारे लहू में है। मुझे अपने देश के लोगों पर भरोसा है। इतने बड़े संकट के बाद भी देश चलता रहा। हमारे एग्रीकल्चर प्रोडक्शन को जरा भी हानि नहीं हुई। हम वह लोग हैं जो धरती से जुड़े हैं, जन-मन को जानने वाले हैं, हमारे पास तक जो बातें आती हैं वह किताबों से नहीं, बल्कि जिंदगी से निकलकर आती हैं। इसलिए उसकी ताकत बहुत बड़ी होती है।


श्री मोदी ने बैठक में उपस्थित पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें एक नये विश्वास के साथ आगे बढ़ना है। हाल ही में हुए 5 राज्यों के उपचुनावों में भाजपा बहुत ओजस्वी बनकर निकली है। हरियाणा में किसानों के मुद्दे के बाद भी भाजपा के वोट बढ़ना यह एक बहुत बड़ी बात है। तेलंगाना में कभी साढ़े सात सौ वोट मिले थे, वहां इस बार 21 हजार वोट मिले हैं। इन सभी चीजों को हम देखें तो पता चलता है कि सामान्य व्यक्ति के मन में हमने विश्वास का सेतु बनाया है। इस विश्वास के सेतु को बनाये रखना हमारा दायित्व है। कुछ लोग जन्मजात असंतुष्ट होते हैं, हमें ऐसे लोगों के साथ भी आनंद के साथ जीना है। इसलिए पूरे विश्वास के साथ चल पड़ें, आगे बढ़ें।

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