इस बार कब से शुरु होगी शारदीय नवरात्रि, यहां जानिए तिथि, महत्‍व व घटस्थापना मुहूर्त

नई दिल्ली (New Delhi)। नवरात्र यूं तो साल में 4 बार पड़ते हैं, जिनमें दो गुप्त नवरात्रि होती है और दो नवरात्रि प्रत्यक्ष रूप से मनाई जाती है। आज हम बात कर रहे हैं शरद ऋतु में आने वाली नवरात्रि के बारे में, जिसे शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह प्रतिवर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है। शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri ) पूरे देशभर में बड़ी झूमधाम से मानाया जाता है. लोग इसका साल भी इंतजार करते हैं. नवरात्रि की आते ही त्योहारों की महक चारों ओर फैलने लगती है. शायदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 रुपों की पूजा की जाती है.

शारदीय नवरात्रि कब से शुरु?
शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि आरंभ- 14 अक्टूबर रात 11:25 मिनट
शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि समाप्त- 16 अक्टूबर सुबह 1:13 मिनट

इस साल शायदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरु होंगे, इस दौरान देवी दुर्गा के नौ स्वरुपों की आराधना की जाएगी. इस साल नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरु होकर 24 अक्टूबर को दशहरा तक चलेंगे. हिंदु धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व हैं. आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रचिपदा तिथि तो नवरात्रि का आरंभ होता है, और दशमी तिथि को ये समाप्त हो जाते हैं. आएये जानते है शारदीय नवरात्रि की लिस्ट.

नवरात्रि में इस दिन करें मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की आराधना
नवरात्रि 1 दिन 15 अक्टूबर 2023- मां शैलपुत्री की पूजा
नवरात्रि 2 दिन 16 अक्टूबर 2023- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
नवरात्रि 3 दिन 17 अक्टूबर 2023- मां चंद्रघंटा की पूजा
नवरात्रि 4 दिन 18 अक्टूबर 2023- मां कूष्मांडा की पूजा
नवरात्रि 5 दिन 19 अक्टूबर 2023- मां स्कंदमाता की पूजा
नवरात्रि 6 दिन 20 अक्टूबर 2023- मां कात्यायनी की पूजा
नवरात्रि 7 दिन 21 अक्टूबर 2023- मां कालरात्रि की पूजा
नवरात्रि 8 दिन 22 अक्टूबर 2023- मां सिद्धिदात्री की पूजा
नवरात्रि 9 दिन 23 अक्टूबर 2023- मां महागौरी की पूजा
विजयदशमी 10 (दशहरा) दिन 24 अक्टूबर 2023

शारदीय नवरात्रि 2023 घटस्थआपना मुहूर्त
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त- 15 अक्टूबर 2023 को सुबह 11:44 मिनट -12:30 मिनट तक रहेगा.

शारदीय नवरात्रि का महत्व
शारदीय नवरात्रि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है ऐसा माना जाता है कि इन दिनों में जिस घर में मां की आराधना की जाती है, या मां कि अखण्ड जोत जलाई जाती है उस घर में मां कि कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है. घर का वातावरण शुद्ध होता है. साथ ही घर में धन-धान्य की कमी कभी नहीं होती. तो आप भी इस नवरात्रि करें मां दुर्गा की आराधना की तैयारी.

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्‍य सूचना के आधार पर पेश की गई है हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं.

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