बच्‍चे पैदा करने से क्‍यों डर रहे चीनी? सामने आए आंकड़े से सरकार की उड़ी नींद!

नई दिल्‍ली: एक वक्‍त पर दुनिया भर में सर्वाधिक जनसंख्‍या के लिए पहचाने जाने वाले चीन को इस मामले में भारत पहले ही पछाड़ चुका है. अब चीन में जन्‍मदर को लेकर एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने वहां की कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की सरकार की नींद उड़ा दी है. द नेशनल बिजनेस डेली की खबर के मुताबिक चीन में साल 2022 में प्रजनन दर गिरकर 1.09 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर जाने का अनुमान लगाया जा रहा है. यह आंकड़ा चीन की सरकार को परेशान कर सकता है क्योंकि वो देश में नए जन्मों की घटती संख्या को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं.

चीन की सरकार समर्थित इस अखबार की रिपोर्ट में बताया गया, ‘चीन के जनसंख्या और विकास अनुसंधान केंद्र के मुताबिक 100 मिलियन से अधिक आबादी वाले देशों में प्रजनन का यह स्‍तर उनके देश में सबसे कम है. चीन की प्रजनन दर पहले से ही दक्षिण कोरिया, ताइवान, हांगकांग और सिंगापुर के साथ दुनिया में सबसे कम में से एक है. बीते छह दशकों में चीन में यह पहली बार है जब वहां जनसंख्या में गिरावट देखने को मिली है. चीन की सरकार आने वाले वक्‍त में देश में कम होती युवा आबादी और तेजी से बूढ़े होते लोगों को लेकर चिंतित है. बीजिंग तत्काल आर्थिक मदद और बेहतर चाइल्‍ड केयर सुविधाओं जैसी पॉलिसी के माध्‍यम से जन्म दर को बढ़ाने के लिए काम कर रहा है.

निसंतान महिलाओं की संख्या 5 सालों में दोगुनी
हांगकांग के परिवार नियोजन एसोसिएशन ने मंगलवार को एक अलग विज्ञप्ति में कहा कि विशेष चीनी प्रशासनिक क्षेत्र में निसंतान महिलाओं की संख्या पांच साल पहले की तुलना में दोगुनी हो गई है. अब यह बढ़कर पिछले साल 43.2% तक पहुंच गई है. उसके सर्वेक्षण के अनुसार, एक या दो बच्चों वाले जोड़ों का प्रतिशत भी गिर गया है जबकि प्रति महिला बच्चों की औसत संख्या 2017 में 1.3 से घटकर पिछले साल 0.9 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई.

Leave a Comment