पानी की चोरी और बर्बादी रोककर शहर में बढ़ाएंगे नर्मदा की जलापूर्ति

  • प्रधानमंत्री आवास के तहत बनने वाले 18 हजार से अधिक मकानों का प्रजेंटेशन भी महापौर सहित अधिकारियों ने देखा, स्काडा सिस्टम से पानी की टंकियों का मैनेजमेंट भी समझा

इन्दौर। स्काडा के तहत नर्मदा जल वितरण व्यवस्था और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनने वाले मकानों का प्रजेंटेशन महापौर सहित परिषद् के सदस्यों और अपर आयुक्त व अन्य अधिकारियों ने देखा। महापौर के मुताबिक जलूद से नर्मदा के तीन चरणों से इंदौर पानी पहुंचता है, लिहाजा पानी की चोरी, बर्बादी को रोक नर्मदा की जलापूर्ति बढ़ाई जाएगी। वहीं आवास योजना में बनने वाले 18 हजार से अधिक मकानों के 11 साइटों पर चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी भी ली गई। लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत इन आवासों का निर्माण किया जा रहा है। वहीं एक अन्य बैठक में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में भी महापौर ने पार्षदों के साथ चर्चा की।

आयुक्त प्रतिभा पाल ने मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के सर्वे कार्य की जो समीक्षा बैठक ली उसमें लापरवाही बरतने, आवेदनों की कम प्राप्ति और उसे पोर्टल पर अपलोड करने सहित अन्य गड़बडिय़ों के चलते झोन क्र. 1 और 18 के झेडओ अवधेश जैन, अतीक खान और झोन इंचार्ज को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए। साथ ही 10 शिविर प्रभारी भी इसकी चपेट में आए। अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर के मुताबिक आयुक्त द्वारा दिए गए निर्देश संबंधित अधिकारियों और प्रभारियों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। बिना सूचना बैठक से अनुपस्थित रहने पर वार्ड 52 के प्रभारी अर्पित मालवीय को निलंबित भी किया गया।

दूसरी तरफ महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने नर्मदा जलप्रदाय व्यवस्था के तहत स्काडा कार्य योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी मूसाखेड़ी स्थित स्काडा कंट्रोल रूम में प्रजेंटेशन के जरिए ली। अपर आयुक्त श्रीमती भव्या मित्तल व कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव द्वारा बल्क वॉटर मेनेजमेंट, फलो कन्टोल वॉल्व, फलो मीटर, स्काडा सिस्टम की कार्यवाही प्रणाली तथा जलूद से इंदौर शहर की टंकियो तक जलप्रदाय की व्यवस्था के संबंध में अवगत कराया गया। साथ ही जलूद से नर्मदा के विभिन्न चरणो में किस प्रकार से पम्पिंग स्टेशन के माध्यम से इंदौर तक शहर में निर्मित पेयजल टंकियों में जलप्रदाय किया जाता है इस संबंध में स्काडा के कार्यो की प्रेजेटेशन के से मान. महापौर व एमआइसी सदस्यो को जानकारी दी गई। प्रेजेटेशन में बताया गया कि स्काडा तकनीक के माध्यम से शहर की पेयजल टंकीयों में किस प्रकार से पानी भरा जाता है व जलप्रदाय किया जाता है, इसकी मॉनिटरिंग की जाती है। शहर मे कितने जल स्त्रोत से इंदौर में जलप्रदाय किया जाता है, जल प्रदाय सप्लाय लाईन, पाईप लाईन लीकेज, स्काडा तकनीक आदि के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी गई।

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