उमरिया। उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ नेशनल पार्क (Bandhavgarh National Park) में गांधी जयंती 2 अक्टूबर के दिन एक नन्हे मेहमान का आगमन हुआ। यहाँ की मशहूर हथिनी अनारकली (elephant anarkali) ने मादा शावक को जन्म दिया है। नन्हा मेहमान पूरी तरह से स्वस्थ है। पार्क प्रबंधन ने नवजात मादा हाथी (female elephant) शावक का नाम “गायत्री” रखा है। नेशनल पार्क में नये मेहमान के आने पर वन्य-जीव प्रेमियों ने खुशी जताई है।
बांधवगढ़ नेशनल पार्क की 57 वर्षीय अनारकली हथिनी अब तक 8 शावकों को जन्म दे चुकी है। इनमें से 4 सलामत हैं और 4 की पहले मृत्यु हो चुकी है। अनारकली हथिनी को वर्ष 1978-79 में सोनपुर मेला बिहार से क्रय कर बांधवगढ़ लाया गया था। नेशनल पार्क के अंदर वन्य एवं वन्य-जीवों के रेस्क्यू ऑपरेशन में अनारकली का विशेष योगदान रहा है। नेशनल पार्क में वर्तमान में 14 हाथी हैं, जिनका वन एवं वन्य-जीव प्रबंधन में बड़ा योगदान है। यहाँ पर्यटक हाथी पर सवार होकर नेशनल पार्क के वन क्षेत्र और जीव-जन्तुओं का अवलोकन कर पर्यटन का आंनद भी लेते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के जन्म-दिन के मौके पर जन्मी मादा हाथी शावक “गायत्री” पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहेगी।