
पटना । मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर (Over the revision of Voter List) महागठबंधन के बिहार बंद (Bihar Bandh called by the Mahagathbandhan) का व्यापक असर रहा (Had huge Impact) ।
चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण के विरोध में बुधवार को महागठबंधन के बिहार बंद को लेकर जगह-जगह बंद समर्थक झंडा और बैनर के साथ सड़कों पर उतरे। लोगों ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । बेगूसराय में महागठबंधन के नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार के इशारे पर चुनाव आयोग बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर गहन पुनरीक्षण का कार्य कर रहा है। चुनाव आयोग केंद्र सरकार के इशारे पर मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से काटने के लिए यह पुनरीक्षण कर रही है।
बेगूसराय में साहेबपुर कमल, बलिया चकिया में जहां एनएच 31 को जाम किया, वहीं ग्रामीण सड़कों पर भी दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। सीपीआई नेता शंभू देव ने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण को लेकर बिहार के मतदाताओं को वोट देने से रोकने की साजिश चल रही है। निर्वाचन आयोग को यह अधिकार नहीं है कि वह किसी की नागरिकता समाप्त करे। इसी के विरोध में आज हम सड़कों पर उतरे हैं।
इधर, राजद के नेता महावीर यादव ने कहा कि हम लोगों को वोट देने का अधिकार मिला था, लेकिन सरकार के इशारे पर यह अधिकार भी चुनाव आयोग द्वारा छीनने की कोशिश की जा रही है। बेगूसराय का चक्का जाम पूर्णतः सफल है। इस बीच, पूर्णिया में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे। बंद समर्थक सड़क पर मुख्य चौराहा पर धरना दिया और जुलूस निकालकर दुकानों को बंद कराया।
राजद नेता मिथिलेश दास ने कहा कि महागठबंधन के वोटरों को रोकने की यह साजिश रची जा रही है। लेकिन, कोई भी उपाय कर ले, इस बार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता है। सभी संवैधानिक संस्थाओं को जिस तरह कठपुतली बनाया गया है उसका विरोध यहां की जनता कर रही है। आज गरीबों को कागज के लिए मजबूर किया जा रहा है। जमुई में भी कई इलाकों में राजद और भाकपा-माले के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बांस-बल्ला लगाकर प्रमुख मार्गों को पूरी तरह जाम कर दिया।
जमुई शहर के कचहरी चौक पर राजद नेता व पूर्व मंत्री विजय प्रकाश, राजद जिलाध्यक्ष डॉ. त्रिवेणी यादव, माले नेता बाबू साहब सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह वोटर वेरिफिकेशन भाजपा सरकार की एक साजिश है, जिससे लोगों का नाम वोटर लिस्ट से हटाया जा रहा है। जमुई राजद नेता सह पूर्व मंत्री विजय प्रकाश यादव ने कहा कि एक साजिश के तहत मतदाताओं को वोट देने से रोकने की साजिश की जा रही है, जिसके विरोध में हम सभी महागठबंधन के साथी सड़कों पर उतरे हैं। यह हक और अधिकार की बात है। अगर आज फर्जी मतदाता हैं तो 2024 का लोकसभा चुनाव भी फर्जी है। आज गरीबों को वोट देने से वंचित किया जा रहा है।
जमुई के राजद नेता अजय प्रताप सिंह ने कहा कि यह तुगलकी फरमान है जो गलत है। इनकी मंशा है कि जो महागठबंधन के कोर वोटर हैं वे मतदान नहीं कर सकें। जब लोकसभा चुनाव में मान्य थे तो अब कैसे गलत हो गया। आधार कार्ड कैसे अवैध हो गया। उन्होंने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण का कार्य रोका जाए। अगर यह कराना था तो इसे लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद करना चाहिए था।
सहरसा जिले में महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर नारेबाजी कर दुकानें बंद करवाईं। सुबह से ही महागठबंधन के कार्यकर्ता शहर की सड़कों पर उतर आए और वीर कुंवर सिंह चौक, थाना चौक, डीबी रोड, महावीर चौक, कचहरी ढाला और शंकर चौक जैसे मुख्य स्थानों पर प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों ने मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण और लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करार दिया। महागठबंधन के नेताओं का आरोप है कि राज्य सरकार और चुनाव आयोग की मिलीभगत से मतदाता सूची में भाजपा के हित में गड़बड़ी की जा रही है। विपक्षी मतदाताओं के नाम काटे जा रहे हैं और यह सब सुनियोजित साजिश के तहत किया जा रहा है।
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