
नई दिल्ली । सभापति जगदीप धनखड़ (Chairman Jagdeep Dhankhad) ने बताया कि राज्यसभा में सीट नंबर 222 से (From seat number 222 in Rajya Sabha) 500 रुपये के नोटों का बंडल मिला (Bundle of Rs. 500 Notes found) । राज्यसभा में शुक्रवार को चेकिंग के दौरान 500 रुपये के नोटों का बंडल प्राप्त हुआ ।
सभापति ने बताया कि गुरुवार को सदन की कार्रवाई स्थगित होने के बाद एंटी सबोटाज की टीम सदन में रूटीन चेकिंग पर थी। इसी दौरान चेकिंग कर रही टीम को 500 रुपये के नोटों का बंडल मिला। सभापति ने बताया कि यह बंडल सीट नंबर 222 से प्राप्त हुआ। सभापति के मुताबिक यह सीट राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है। सभापति के मुताबिक अभी तक इन नोटों की दावेदारी किसी भी सदस्य द्वारा नहीं की गई है। मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। सभापति ने बताया कि यह मामला उनके नोटिस में लाया गया, इसके बाद उन्होंने सुनिश्चित किया कि तय नियमों के तहत इस पूरे मामले की जांच हो और जांच शुरू भी हो गई है।
सभापति ने कहा कि उन्होंने सोचा था कि इन नोटों की दावेदारी के लिए कोई आएगा, लेकिन शुक्रवार सुबह तक कोई नहीं आया। अभी यह भी नहीं मालूम है कि यह नोट असली हैं या नकली। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। सभापति ने इसे बेहद गंभीर मामला बताया और कहा कि किसी को भी इस मामले की जांच का विरोध नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही सभापति ने यह भी बताया कि संबंधित सदस्य के इलेक्ट्रॉनिक रिकार्ड बताते हैं कि उन्होंने सदन में गुरुवार को अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
सभापति द्वारा यह जानकारी दिए जाने के बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ओर के सांसद इस विषय पर बोलना चाहते थे। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनका एक निवेदन है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, जब तक सच का पता नहीं लग जाता, तब तक किसी का नाम नहीं लेना चाहिए। खड़गे के इस बयान पर सत्ता पक्ष ने जबरदस्त एतराज किया और हंगामा करने लगे।
सत्ता पक्ष की ओर से बोलते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि यह घटना बहुत ही असाधारण व गंभीर है। यह सदन की गरिमा पर एक चोट है। सत्ता पक्ष का कहना था कि विभिन्न आरोपों के आधार पर विपक्ष सदन में अपने मुद्दे उठाता है और कई बार सदन की कार्यवाही भी नहीं चलने देता। ऐसे में विपक्ष अब दोहरे मापदंड कैसे अपना सकता है। उन्होंने कहा कि इस मामले की सभी को निंदा करनी चाहिए।
वहीं संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि आज जब हम डिजिटल इंडिया की ओर जा रहे हैं, तो ऐसे में सदन के अंदर नोटों की गड्डी का क्या काम है। उन्होंने कहा कि हम इस तरह नोट लेकर नहीं चलते हैं। उन्होंने जांच का समर्थन करते हुए कहा कि जांच की जरूरत है, यह काफी गंभीर मामला है। वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा में बोलते हुए इसे अत्यंत गंभीर विषय बताया। उन्होंने कहा कि आज नोट मिले हैं आगे और न जाने क्या-क्या मिल सकता है।
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