
मुम्बई। रिलायंस पावर (Reliance Power) और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infra) ने शुक्रवार को कहा कि आरसीएफएल (RCFL) और आरएचएफएल (RHFL) के खिलाफ सीबीआई (CBI) की कार्रवाई का उनके कारोबारी ऑपरेशन और वित्तीय प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ा है। सीबीआई ने गुरुवार को अनिल अंबानी (Anil Amabani) और अन्य के खिलाफ चार्जशीट फाइल किया था। इस आरोप पत्र में कहा गया कि अनिल अंबानी के समूह की कंपनियों – रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस (आरसीएफएल) और रिलायंस होम फाइनेंस (आरएचएफएल) तथा यस बैंक और बैंक के पूर्व सीईओ राणा कपूर के परिवार की कंपनियों के बीच कथित धोखाधड़ी वाले लेनदेन हुए। यह आरोप भी है कि इसके चलते यस बैंक को 2,796 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। मुंबई की एक विशेष अदालत में दायर आरोपपत्र में सीबीआई ने कहा कि अंबानी, अनिल धीरूभाई अंबानी (एडीए) समूह के चेयरमैन और आरसीएफएल तथा आरएचएफएल की होल्डिंग कंपनी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के निदेशक हैं।
क्या आया कंपनियों का जवाब?
रिलायंस पावर (आरपावर) और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (आरइंफ्रा) ने अलग-अलग शेयर बाजार को बताया कि उनके व्यावसायिक संचालन, वित्तीय प्रदर्शन, शेयरधारकों, कर्मचारियों या किसी अन्य संबंधित पक्ष पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। सार्वजनिक रिकॉर्ड के अनुसार अनिल अंबानी, आरसीएफएल और आरएचएफएल, दोनों कंपनियों की स्थापना के बाद से, कभी भी किसी कंपनी के बोर्ड में नहीं रहे हैं। वह साढ़े तीन साल से अधिक समय से आरइंफ्रा और आरपावर के बोर्ड में भी नहीं हैं। दोनों कंपनियों ने कहा कि वे अलग-अलग और स्वतंत्र तौर पर लिस्टेड यूनिट्स हैं और इस कार्रवाई का उनके दैनिक प्रबंधन, संचालन या वित्तीय स्थिरता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
शुक्रवार को रिलायंस पावर के शेयर बीएसई में 47.33 रुपये के लेवल पर खुले थे। दिन में यह स्टॉक 48.28 रुपये के लेवल पर पहुंच गए थे। बाजार के बंद होने के समय पर यह स्टॉक 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी के साथ 47.99 रुपये के लेवल पर बंद हुआ है।
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