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चन्नी कैबिनेट का फैसला- लाल डोरे की जमीन पर रहने वाले होंगे उसके मालिक, NRI की प्रॉपर्टी पर नहीं होगा कब्जा

पंजाब: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कैबिनेट की बैठक पंजाब के लोगों के हित में कई बड़े फैसले लिए हैं. उन्होंने बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पंजाब में गावों और शहरों में आने वाले लाल डोरे के घरों को वहां रह रहे लोगों के नाम किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘मेरा घर मेरे नाम’ स्कीम के तहत लाल डोरे में रह रहे पंजाब के लोगों को फायदा होगा.

इसके अलावा सीएम चन्नी ने कहा, पंजाब के NRI की प्रॉपर्टी पर कब्जा रोकने और प्रॉपर्टी NRI के नाम ही रहे इसे लेकर जल्द ही पंजाब सरकार कानून बनाएगी. अकसर ऐसी खबरें आती थीं कि पंजाब के एनआरआई यानी पंजाब के रहने वाले वो लोग जो अब कहीं दूसरे देश में रहते हैं, राज्य में उनकी संपत्ति पर कब्जा हो जाता था. मुख्यमंत्री अगर कानून बनाकर इस मुद्दे को हल कर लेते हैं तो बड़ी संख्या में एनआरआई पंजाबियों का समर्थन हासिल करने में भी वो कामयाब रहेंगे.


चुनाव से पहले चन्नी कैबिनेट का बड़ा फैसला
आने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर चन्नी कैबिनेट का ये फैसला काफी अहम माना जा रहा है. पंजाब में लाल डोरे की जमीन पर घर बनाकर रहने वाले लोगों की संख्या काफी ज्यादा है. ऐसे में इन लोगों की सबसे बड़ी दिक्कत को सरकार ने खत्म करने का ऐलान किया है. यानी अब लाल डोरे में रहने वाले लोगों को घरों को नहीं गिराया जाएगा. बल्कि उन्हें उस जमीन का मालिकाना हक मिलेगा.

चुनावों को ध्यान में रखते हुए चन्नी एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं. मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने सचिवों की नियुक्ति की थी और उनसे 100 दिनों के लिए अपने-अपने विभागों का एक व्यापक रोडमैप तैयार करने को कहा था. उस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में प्राथमिकता के साथ काम करने की बात कही थी. उन्होंने प्रशासनिक सचिवों से कहा था, ‘मैं सौम्य और विनम्र जरूर हूं, लेकिन यह ना समझें कि विनम्रता के कारण मैं निष्क्रियता पर ध्यान नहीं दूंगा.’

चन्नी चाहते हैं कि चुनावों से पहले पंजाब की जनता के लिए काम को अमली जामा बेशक न पहनाया जा सके, लेकिन लोगों में इस बात का संदेश चला जाए कि सरकार उनके हितों के लिए प्रयासरत है. पंजाब विधानसभा चुनावों में भी काफी कम समय बचा है, इसलिए चन्नी ताबड़तोड़ बैठकें कर रहे हैं.

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