
नई दिल्ली। चीन (China)ने एक बार फिर तकनीक के क्षेत्र में बड़ा कमाल कर दिखाया है। एक हाइड्रोजन(Hydrogen) से चलने वाले ड्रोन ने वर्ल्ड रिकॉर्ड(World Record) बना दिया है। इस ड्रोन का नाम (Tianmushan-1) है। यह ड्रोन चार घंटे से ज्यादा समय तक हवा में उड़ता रहा और 188 किलोमीटर से अधिक दूरी तय की। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इस उपलब्धि को आधिकारिक रूप (Official Form) से मान्यता दी है। यह रिकॉर्ड 11 दिसंबर को हांगझोउ में एक बड़े प्रदर्शनी में घोषित किया गया। इस सफलता से साफ है कि हाइड्रोजन वाली तकनीक अब ड्रोन को बहुत लंबे समय तक उड़ाने में सक्षम बना रही है। बैटरी वाले ड्रोन की तुलना में यह बहुत आगे है।
सुपरकारब्लॉन्डी की रिपोर्ट (Ref.) कहती है कि Tianmushan-1 ड्रोन को बेइहांग यूनिवर्सिटी के तियानमुशान लेबोरेटरी ने बनाया है। इसकी पहली उड़ान अगस्त 2024 में हुई थी और अप्रैल 2025 में इसका प्रोडक्शन शुरू हो गया। यह ड्रोन खाली वजन में सिर्फ 19 किलो का है और 6 किलो तक सामान ले जा सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह हाइड्रोजन फ्यूल सेल से चलता है। बैटरी वाले ड्रोनों में बैटरी खत्म हो जाती है, लेकिन हाइड्रोजन सिस्टम उड़ान के दौरान ही एनर्जी बनाता रहता है। इससे ड्रोन ज्यादा देर तक उड़ सकता है। यह बहुत ठंडे या गर्म मौसम में भी अच्छे से काम करता है, माइनस 40 डिग्री से प्लस 50 डिग्री तक।
हांगझोउ में इस ड्रोन ने अपनी रिकॉर्ड उड़ान भरी। यह चार घंटे से ज्यादा समय तक हवा में रहा और बिना रुके 188.605 किलोमीटर की दूरी तय की। पूरी उड़ान को रियल टाइम में निगरानी की गई। सभी डेटा को ध्यान से जांचा गया और गिनीज के नियमों के अनुसार सब कुछ सही पाया गया। ड्रोन का इंजन पूरी उड़ान में स्थिर रहा और हैंडलिंग भी बहुत अच्छी थी। यह रिकॉर्ड हाइड्रोजन से चलने वाले मल्टीरोटर ड्रोनों की सबसे लंबी दूरी का है। इससे पहले ऐसे ड्रोनों की उड़ान इतनी लंबी नहीं हुई थी।
यह ड्रोन सिर्फ रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं है, बल्कि रोजमर्रा के कामों में बहुत उपयोगी है। यह पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाता क्योंकि इसमें कोई हानिकारक गैस नहीं निकलती। इसका इस्तेमाल पाइपलाइनों की जांच, ट्रैफिक की निगरानी, जंगलों और प्राकृतिक इलाकों की सुरक्षा, दूरदराज के जगहों पर सामान पहुंचाने और इमरजेंसी में मदद कर सकता है। लंबी उड़ान की वजह से यह बड़े इलाकों को आसानी से कवर कर सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह रिकॉर्ड दिखाता है कि हाइड्रोजन ड्रोन अब सिर्फ प्रयोग नहीं रह गए, बल्कि काम के लिए तैयार हैं।
हाइड्रोजन तकनीक की वजह से अब ड्रोन अब ज्यादा देर तक उड़ सकेंगे और ज्यादा काम कर सकेंगे। आने वाले समय में ऐसे ड्रोन शहरों में ट्रैफिक देखने, आपदा में मदद करने और सामान डिलीवरी करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। यह रिकॉर्ड बताता है कि ड्रोन भविष्य में हमारे जीवन का बड़ा हिस्सा बनने वाले हैं। चीन के ड्रोन ने भविष्य की एक झलक दिखाई है।
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