
इंदौर। भाजपा की अयोध्या कही जाने वाली चार नंबर विधानसभा में कल पूर्व महापौर और सांसद समर्थकों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि गौड़ समर्थक भाजपा मंडल अध्यक्ष की रिपोर्ट पर दूसरे पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई और मंडल अध्यक्ष खुद थाने के बाहर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर धरने पर बैठ गए। बाद में दूसरा पक्ष भी थाने पहुंचा और एफआईआर दर्ज करवा दी।
मामला किसी पुराने किराएदार के विवाद से शुरू हुआ, जिसमें किराएदार का पक्ष लेने भाजपा के मंडल अध्यक्ष सचिन जेसवानी पहुंचे थे। इसी को लेकर विवाद हुआ। सचिन का आरोप है कि उसे भाजपा नेता पंकज फतेहचंदानी के भाई कमल ने फोन पर धमकाया। उसके बाद मेरे घर कुछ नकाबपोश बदमाश आए और मुझे चाकू अड़ा दिया। सचिन ने जूनी इन्दौर थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी। जेसवानी ने आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर थाने में धरना भी दे दिया। बाद में फतेहचंदानी की ओर से भी एफआईआर करवाई गई, जिसमें जेसवानी पर गाली-गलौज करने का आरोप लगाया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों की ओर से ही राजनीतिक दबाव-प्रभाव का इस्तेमाल किया गया। कमल का भाई पंकज फतेहचंदानी सांसद शंकर लालवानी से जुड़ा है और वर्तमान में युवा मोर्चे का नगर उपाध्यक्ष है, जबकि जेसवानी मालिनी गौड़ गुट से है।
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