img-fluid

कुत्तों की पूजा कर नेपाल में मनायी जाती है दिवाली, जानें क्‍या-क्‍या मान्‍यताएं

October 30, 2021

काठमांडू। भारत (India) में जितना दिवाली(Diwali) को लेकर क्रेज है, उतना शायद ही किसी त्‍योहार (Festival) को लेकर है। यहां चार दिन की पहले ही दिवाली की तैयारियां शुरू हो जाती है। धनतेरस(Dhanteras), छोटी दिवाली(Choti Diwali), बड़ी दिवाली (Big Diwali)सभी को बड़े उल्‍लास से मनाते है। इसी तरह पड़ोसी देश नेपाल में एक अलग तरीके की दिवाली मनाई जाती है। यहां कुत्तों की पूजा कर दीपावली का त्‍यौहार मनाया जाता है।



दरअसल नेपाल(Nepal) में दिवाली को तिहार कहा जाता है। यह बिल्कुल वैसे ही मनाया जाता है, जैसे हमारे यहां की दिवाली(Diwali)। लोग दीए जलाते हैं। खुशी बांटते हैं। नए कपड़े पहनते हैं। लेकिन इसके अलगे दिन ही एक और दिवाली मनाई जाती है। इसे कहा जाता है कुकुर तिहार(Kukur Tihar)। इस दिन नेपाल में कुत्तों की पूजा की जाती है।
यह पर्व 5 दिनों तक चलता(festival enjoy 5 days) है। इसके दौरान लोग अलग-अलग जानवरों की पूजा करते हैं। जैसे कि गाय, कुत्ते, कौआ, बैल आदि। कुकुर तिहार के दिन कुत्तों को सम्मानित किया जाता है। उन्हें फूलों की माला पहनाई जाती है। तिलक लगाया जाता है।
यहां तक कि कुत्तों को दही भी पिलाया जाता है। इसके अलावा अंडे और दूध भी खाने को दिया जाता है। लोगों की यह कामना होती है कि कुत्ते उनके साथ हमेशा बने रहें।
अगर मान्यताओं की माने तो कुत्ते यम देवता के संदेशवाहक होते हैं। नेपाल में ऐसा भी माना जाता है कि कुत्ते मरने के बाद भी आपकी रक्षा करते हैं। इसी कारण है कि उनकी पूजा की जाती है।

Share:

  • कन्नड़ एक्टर पुनीत राजकुमार का अंतिम संस्कार आज, आखिरी बार देखने को उमड़ पड़े फैन्स, CM ने दी श्रद्धांजलि

    Sat Oct 30 , 2021
    बेंगलुरु । मशहूर कन्नड़ एक्टर पुनीत राजकुमार (Kannada actor Puneeth Rajkumar) का शुक्रवार दोपहर हार्ट अटैक के चलते अस्पताल में निधन हो गया. एक्टर के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार रविवार को किया जाएगा. इससे पहले, फैन्स और परिजनों के दर्शन के लिए पुनीत राजकुमार का पार्थिव शरीर निधन के बाद बेंगलुरु के कांतीरवा स्टेडियम […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved