बेंगलुरु । मशहूर कन्नड़ एक्टर पुनीत राजकुमार (Kannada actor Puneeth Rajkumar) का शुक्रवार दोपहर हार्ट अटैक के चलते अस्पताल में निधन हो गया. एक्टर के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार रविवार को किया जाएगा. इससे पहले, फैन्स और परिजनों के दर्शन के लिए पुनीत राजकुमार का पार्थिव शरीर निधन के बाद बेंगलुरु के कांतीरवा स्टेडियम में रखा गया. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka Chief Minister Basavaraj Bommai) ने एक्टर के पार्थिव शरीर के दर्शन किए और श्रद्धांजलि अर्पित की. पुनीत राजकुमार ने महज 46 साल की उम्र में अंतिम सांस ली.
स्टार पुनीत राजकुमार को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार शाम को स्टेडियम में उनके फैन्स का हुजूम उमड़ पड़ा. हर कोई उन्हें अंतिम विदाई दिए जाने से पहले एक बार दर्शन कर लेने को आतुर दिखाई दिए. अस्पताल में निधन के बाद उनके शव को स्टेडियम में दर्शन करने के लिए रखा गया है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को बताया कि पूरे राजकीय सम्मान के साथ रविवार को कांतीरवा में अंतिम संस्कार किया जाएगा. इस बीच, बेंगलुरू की पुलिस ने एहतियात के तौर पर शहर की सभी शराब की दुकानों को दो रातों के लिए बंद रखने का निर्देश दिया है. पुलिस ने कहा कि कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए गहन गश्त की जा रही है.
पुनीत को सुबह में घर पर हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल लेकर जाया गया. वहां एक्टर का ECG (ईको कार्डियोग्राम) हुआ, जिसके रिजल्ट से पता चला कि उन्हें हार्ट अटैक आया है. निधन से पहले अस्पताल के डॉ. रंगानाथ का बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस समय कुछ भी कहना मुश्किल है. जब एक्टर को अस्पताल लाया गया तो उनकी हालत काफी कराब थी. उनका आईसीयू में इलाज चला.
चाइल्ड एक्टर से सुपरस्टार बनने तक का सफर
पुनीत ने अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी. साल 1985 में यह फिल्म ‘बेट्टाड़ा होवू’ में नजर आए थे. इस रोल के लिए इन्हें कई अवॉर्ड्स मिले. साथ ही इन्हें नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा गया. इन्हें आखिरी बार फिल्म ‘सुवारत्थना’ में देखा गया था, जहां दर्शकों ने इनकी परफॉर्मेंस को काफी पसंद किया. इसी साल यह फिल्म रिलीज हुई थी.