
नई दिल्ली। रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट के आरोपी डीआरडीओ के वैज्ञानिक भारतभूषण कटारिया को रोहिणी कोर्ट शूटआउट से रोहिणी कोर्ट में ब्लास्ट का आइडिया मिला था। आरोपी वैज्ञानिक ने रोहिणी कोर्ट शूटआउट के बाद कोर्ट में ब्लास्ट कर वकील को मारने की साजिश रचना शुरू कर दिया था। बताया जा रहा है कि भारतभूषण डीआरडीओ में लेजर तकनीक पर काम कर रहे थे।
उन्होंने लेजर से दुश्मन के ड्रोन को नष्ट करने की तकनीक भी विकसित की थी। स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों के अनुसार रोहिणी कोर्ट शूटआउट 24 सितंबर को हुआ था। टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के बदमाशों ने गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की रोहिणी कोर्ट रूम में ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि वैज्ञानिक भारतभूषण कटारिया को रोहिणी कोर्ट शूटहाउट से ही आइडिया मिला था।
आरोपी वैज्ञानिक ने बताया है कि अगर वह वकील की हत्या करता तो पुलिस का संदेह सीधा उस पर जाता और वह गिरफ्तार हो जाता। ये सब को पता था कि उसका वकील से विवाद चल रहा है। रोहिणी कोर्ट शूटआउट के बाद वकील को कोर्ट में मारने का आइडिया आया था। आरोपी को लगता था कि कोर्ट में ब्लास्ट कर वह वकील की हत्या कर देगा और पुलिस का संदेह उस पर नहीं जाएगा। पुलिस इसे आतंकी घटना मानेगी। मगर सीसीटीवी कैमरों से आरोपी वैज्ञानिक बच नहीं सका।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी कई जगह सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया था। हालांकि आरोपी ने चेहरे पर मास्क लगा रखा था, मगर कई जगहों पर वह बिना मास्क के सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया था। इसी के चलते पुलिस उस तक आसानी से पहुंच गई। आरोपी रोहिणी कोर्ट में कई सालों से मुकदमों के सिलसिले में आ रहा था, इस कारण उसे रोहिणी कोर्ट की अच्छी जानकारी थी। उसे ये भी पता था कि वह कैसे पुलिस को गच्चा दे सकता है। आरोपी भारतभूषण ने बैग अमेजन से ऑनलाइन मंगाया था।
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