
नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर (Social Media Influencer) और हाइबूकेयर की संस्थापक संदीपा विर्क (sandeepa virk) को एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money laundering cases) में गिरफ्तार (Arrest) किया है। विर्क को 12 अगस्त को मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत हिरासत में लिया गया और एक अदालत ने उन्हें 14 अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया। संदीपा के इंस्टाग्राम पर 12 लाख फॉलोअर्स हैं। वह खुद को अभिनेत्री और कॉस्मेटोलॉजिस्ट बता रही है।
ईडी ने कहा कि संदीपा विर्क को मंगलवार को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत हिरासत में लिया गया। पिछले दो दिनों में उसे और उसके सहयोगियों के खिलाफ दिल्ली और मुंबई में छापेमारी की गई थी। जांच एजेंसी ने कहा कि एक विशेष अदालत ने उसे 14 अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया।
महिला का दावा है कि वह एक त्वचा देखभाल उत्पाद बेचने वाली वेबसाइट की मालिक है, जिसके बारे में ईडी ने दावा किया है कि यह धन शोधन का एक ‘‘मुखौटा’’ है। उस पर और उसके सहयोगियों पर कथित रूप से गलत बयानी के माध्यम से अनुचित प्रभाव डालने और झूठे बहाने से धन की मांग करके व्यक्तियों को ‘‘धोखा’’ देने के आरोप में जांच की जा रही है।
विर्क की इंस्टाग्राम आईडी के अनुसार, वह एक अभिनेत्री और उद्यमी हैं और उक्त वेबसाइट की संस्थापक हैं। संघीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि महिला पूर्ववर्ती ‘रिलायंस कैपिटल लिमिटेड’ के पूर्व निदेशक अंगाराई नटराजन सेथुरमन नामक व्यक्ति के भी संपर्क में थी।
ईडी के अनुसार, रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (आरसीएफएल) से संबंधित लगभग 18 करोड़ रुपये का सार्वजनिक धन 2018 में विवेकपूर्ण ऋण मानदंडों का उल्लंघन करके सेथुरमन को वितरित किया गया था। धनशोधन का यह मामला पंजाब पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी से उपजा है। सेथुरमन ने एक बयान में आरोपों को ‘‘निराधार’’ बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने विर्क के साथ किसी भी तरह के संबंध या उससे संबंधित किसी भी लेन-देन से साफ इनकार किया।
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