
कीव। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russo-Ukrain War) को मध्यस्थता के प्रयासों के बावजूद थामने में नाकामयाबी मिली। इसी दौरान यूरोपीय संघ (European Union) ने कीव को व्यापक सैन्य सहायता प्रदान की। अब ईयू के शीर्ष नेता एक नई रणनीति पर विचार कर रहे हैं। वे यूक्रेन को मुआवजा देने की योजना बना रहे हैं। इस क्षतिपूर्ति की रकम जुटाने के लिए वे रूस के जमे हुए संपत्तियों से प्राप्त धनराशि का उपयोग कर सकते हैं। ताकि यूक्रेन रूसी संपत्तियों (Russian properties) से प्राप्त संभावित 140 अरब यूरो (162 अरब अमेरिकी डॉलर) के ऋण का उपयोग केवल यूरोपीय हथियार खरीदने के लिए करे, जबकि अन्य सदस्य देश कीव को इस धनराशि को खर्च करने की पूरी स्वतंत्रता देने का समर्थन करते हैं, जिसमें अमेरिका से हथियार खरीदना भी शामिल है।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रांस, जर्मनी और इटली के साथ मिलकर, इस धनराशि को अमेरिकी हथियार आपूर्तिकर्ताओं के बजाय यूरोपीय संघ अपने रक्षा उद्योग में लगाने पर जोर दे रहा है। साथ ही नीदरलैंड और नॉर्डिक तथा बाल्टिक देशों जैसे देशों का तर्क है कि यूक्रेन को यह तय करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए कि वह ऋण को कैसे खर्च करे, यहां तक कि अमेरिकी हथियारों पर भी।
इसके बावजूद, फ्रांस और जर्मनी के दबाव के कारण शिखर सम्मेलन के मसौदों में यूरोप के रक्षा उद्योग को मजबूत करने पर जोर दिया गया है, जबकि आलोचकों का तर्क है कि यह रुख पाखंडपूर्ण है। रिपोर्ट में यूरोपीय संघ राजनयिक के हवाले से कहा कि अगर यूक्रेन को लड़ाई में बनाए रखना ही मकसद है, तो आपको मानदंड खुले रखने होंगे।
एक अन्य रिपोर्ट में 25 सितंबर को बताया गया कि जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने प्रस्ताव दिया था कि यूरोपीय संघ यूक्रेन को ज़ब्त रूसी संपत्तियों से लगभग 140 अरब यूरो का ब्याज-मुक्त ऋण प्रदान करे। बेल्जियम के प्रधानमंत्री बार्ट डी वेवर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर मर्ज़ के प्रस्ताव की आलोचना करते हुए कहा कि सरकारी संपत्तियों को जब्त करने का प्रयास न केवल बेल्जियम के लिए, बल्कि पूरे यूरोपीय संघ के लिए एक खतरनाक मिसाल कायम करेगा।
2022 में यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद यूरोपीय संघ और जी7 ने रूस के लगभग आधे विदेशी मुद्रा भंडार, जो कुल मिलाकर लगभग 300 अरब यूरो था, को जब्त कर लिया। यूरोपीय खातों में लगभग 200 अरब यूरो जमा हैं, जिनमें से अधिकांश बेल्जियम के यूरोक्लियर के खाते में हैं, जो दुनिया के सबसे बड़े क्लियरिंग हाउसों में से एक है।
रूसी विदेश मंत्रालय ने यूरोप में रूसी केंद्रीय बैंक के धन को जब्त करने की बार-बार निंदा की है और इसे चोरी बताया है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि मास्को पश्चिमी देशों द्वारा रूस में रखी गई संपत्तियों को रोककर जवाब दे सकता है।
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