
वाशिंगटन । फेडरल रिजर्व गवर्नर लिसा कुक (Federal Reserve Governor Lisa Cook) ने कहा कि वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) के प्रशासन के खिलाफ मुकदमा करेंगी ताकि उन्हें बर्खास्त करने से रोका जा सके। उनकी वकील ने मंगलवार को यह जानकारी दी। वाशिंगटन (Washington) में लंबे समय से वकील रहीं एब्बे लोवेल ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के पास फेडरल रिजर्व गवर्नर लिसा कुक को हटाने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि केवल एक रेफरल पत्र के आधार पर उन्हें बर्खास्त करने का राष्ट्रपति ट्रंप का प्रयास तथ्यात्मक या कानूनी आधार से रहित है। हम इस अवैध कार्रवाई को चुनौती देने के लिए मुकदमा दायर करेंगे।
दरअसल, ट्रंप ने अपने इस फैसले के पीछे फेडरल हाउसिंग फाइनेंस एजेंसी के डायरेक्टर विलियम पल्प के क्रिमिनल रेफरल को आधार बनाया है। पल्प ने लिसा कुक पर मॉर्गेज फ्रॉड का आरोप लगाया, जिसमें कहा गया कि कुक ने मिशिगन और जॉर्जिया में कई प्रॉपर्टीज को अपनी ‘प्राइमरी रेजिडेंस’ बताकर ऋण शर्तें हासिल की थीं। लिसा कुक ने इस फैसले को गैरकानूनी बताते हुए तुरंत प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के पास उन्हें हटाने का कोई अधिकार नहीं है। कुक ने स्पष्ट किया कि वह इस्तीफा नहीं देंगी और अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए अपना काम जारी रखेंगी।
सुप्रीम कोर्ट तक जा सकता है मामला
कुक की वकील एब्बे लोवेल ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि ट्रंप का यह कदम पूरी तरह अवैध है। उनका कहना है कि केवल एक रेफरल पत्र के आधार पर किसी गवर्नर को हटाया नहीं जा सकता। अब कुक अदालत का रुख करने जा रही हैं। जानकारों का मानना है कि फेडरल रिजर्व एक्ट 1913 के तहत किसी गवर्नर को केवल ‘फॉर कॉज’ यानी गंभीर कदाचार या लापरवाही की स्थिति में ही हटाया जा सकता है। ऐसे में यह मामला अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच सकता है और फेड जैसी स्वतंत्र संस्था पर राष्ट्रपति के कानूनी अधिकार की सीमाओं को और स्पष्ट रूप से परिभाषित कर सकता है। हालांकि, अभी तक वाइट हाउस और जस्टिस डिपार्टमेंट ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
ट्रंप बोले- ईमानदार लोगों की जरूरत
वहीं, ट्रंप ने एक बैठक में पत्रकारों से कहा कि हमें पूरी तरह ईमानदार लोगों की जरूरत है, और ऐसा नहीं लगता कि वह थीं। उन्होंने कहा कि कुक की जगह लेने के लिए उनके पास कई ‘अच्छे लोग’ हैं, लेकिन वह अदालत के किसी भी फैसले का पालन करेंगे जो उन्हें उनकी नौकरी से हटा दे। बता दें कि ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान फेड पर ब्याज दरें कम करने का दबाव डाला था और हाल के महीनों में इस अभियान को और तेज किया है। राष्ट्रपति ने ब्याज दरों में कई प्रतिशत की कटौती की मांग की है और फेड अध्यक्ष जेरोम पॉवेल को बर्खास्त करने की धमकी दी है, हालांकि हाल ही में उन्होंने इससे इनकार किया है।
ट्रंप को मिल जाएगा बहुमत हासिल करने का मौका
कुक के जाने से ट्रंप को फेड के सात सदस्यीय बोर्ड में बहुमत हासिल करने का मौका मिलेगा, जिसमें दो मौजूदा सदस्य और वाइट हाउस के अर्थशास्त्री स्टीफन मिरान का लंबित नामांकन शामिल है। ट्रंप ने कहा कि अगर कुक की जगह खाली होती है, तो वह मिरान को, जिन्हें उन्होंने फेड बोर्ड में अस्थायी पद के लिए नामित किया था, नियुक्त करने पर विचार कर सकते हैं, जिनकी नियुक्ति जनवरी में समाप्त हो रही है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व बैंक समूह के पूर्व अध्यक्ष डेविड मालपास, जो ट्रंप के लंबे समय से सहयोगी रहे हैं, के नाम पर भी इस पद के लिए चर्चा हुई थी।
फेड की स्वतंत्रता पर खतरा
ट्रंप के सफल होने पर फेड की राजनीतिक स्वतंत्रता कमजोर हो सकती है। फेडरल रिजर्व अमेरिका की ब्याज दरें तय करता है, जो घर, कार, बिजनेस लोन, निवेशकों के भरोसे, महंगाई और पूरी अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर असर डालती हैं। राष्ट्रपति ट्रंप बार-बार मांग कर चुके हैं कि चेयरमैन जेरोम पॉवेल और फेड की दर-निर्धारण समिति अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और सरकार के 37 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के ऋण पर ब्याज भुगतान को कम करने के लिए ब्याज दर में कटौती करें। अगर ट्रंप कुक को फेड के गवर्नर बोर्ड से हटाने में सफल हो जाते हैं, तो इससे फेड की राजनीतिक स्वतंत्रता पर असर पड़ सकता है।
लिसा कुक को हटाने पर ट्रंप का बहुमत
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में फेड बोर्ड के दो सदस्यों क्रिस्टोफर वालर और मिशेल बोमन को नियुक्त किया था। साथ ही एड्रियाना कुग्लर की जगह व्हाइट हाउस के शीर्ष अर्थशास्त्री स्टीवन मिरान की नियुक्ति की। कुग्लर ने एक अगस्त को अपना पद छोड़ दिया था। अब अगर ट्रंप लिसा कुक को हटा देते हैं और नए सदस्य को लाते हैं, तो फेड बोर्ड में उनका बहुमत (4-3) हो जाएगा, जिससे ब्याज दरें तय करने में उनका सीधा असर बढ़ जाएगा।
कुक पर क्या आरोप?
ट्रंप के समर्थक बिल पल्टे ने आरोप लगाया है कि कुक ने 2021 में मिशिगन के एन आर्बर और अटलांटा में अपने घरों पर गलत जानकारी देकर सस्ती मॉर्गेज ली थी। लेकिन अभी तक इन आरोपों का कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है। आमतौर पर दूसरे घरों या किराए पर दिए गए घरों पर मॉर्गेज दरें अधिक होती हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार देर रात अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए एक पत्र में कहा कि वह कुक को तुरंत प्रभाव से हटा रहे हैं, क्योंकि उन पर मॉर्गेज धोखाधड़ी के आरोप हैं।
कुक का जवाब- इस्तीफा नहीं दूंगी
दूसरी ओर कुक ने सोमवार रात कहा कि वह पद नहीं छोड़ेंगी। उन्होंने ईमेल के जरिए दिए एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने मुझे ‘कारणवश’ बर्खास्त करने का दावा किया है, जबकि कानून के तहत ऐसा कोई कारण नहीं है, और उनके पास ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। मैं इस्तीफा नहीं दूंगी।
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