
नई दिल्ली. विवादित इस्लामी प्रचारक (Islamic preacher) डॉ. जाकिर नाइक (Dr. Zakir Naik) को लेकर सोशल मीडिया (Social media) में तमाम तरह की खबरें चल रही हैं. इन खबरों में दावा किया जा रहा है कि जाकिर नाइट को एड्स (AIDS) हो गया है और वह इलाज करवा रहा है. अब इस बारे में खुद जाकिर नाइक की सफाई आई है.
नाइक ने उन खबरों को पूरी तरह खारिज कर दिया है. उसने सोशल मीडिया पर फैली खबर को “फर्जी” और “नफरत फैलाने वालों की चाल” बताया है. जाकिर नाइक पर जब मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे तो वह 2017 में भारत से भागकर मलेशिया चला गया था.
नाइक ने ‘फ्री मलेशिया टुडे’ से बात करते हुए अपनी बीमारी की खबरों को झूठा बताया और कहा, “ये बकवास है, ये फेक न्यूज़ है.” नाइक ने साफ किया कि उसकी तबीयत बिल्कुल ठीक है और इन खबरों में जरा भी सच्चाई नहीं है.
वकील बोले- लोकप्रियता की वजह से फैलाई फेक न्यूज
वहीं जाकिर नाइक के वकील अकबरदीन ने कहा कि नाइक अब इन अफ़वाह फैलाने वालों की पृष्ठभूमि की जांच कर रहे हैं और जल्द ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार करेंगे.
अकबरदीन ने कहा कि नाइक की लोकप्रियता ही इन अफ़वाहों का कारण है. उन्होंने कहा कि नाइक को बदनाम करने के लिए “फेक न्यूज़” को हथियार बनाया गया है. वकील ने यह भी जोड़ा कि जब उन्होंने नाइक से आख़िरी बार मुलाक़ात की थी, उस समय उनकी सेहत बिल्कुल सामान्य थी.
कौन है जाकिर नाइक
जाकिर नाइक खुद को एक इस्लामी उपदेशक और शांतिदूत के रूप में पेश करता है, लेकिन उसके भाषणों को अक्सर शांति के बजाय हिंसा को बढ़ावा देने वाला माना जाता है. नाइक भारत में वॉन्टेड है और उस पर गंभीर आरोप लगे हैं.
भारत की दो प्रमुख जांच एजेंसियों, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जाकिर नाइक को वॉन्टेड घोषित कर रखा है. उस पर भड़काऊ भाषण देने, मनी लॉन्ड्रिंग करने और आतंकवाद को बढ़ावा देने जैसे कई आरोप हैं. मई 2019 में, ईडी ने नाइक के खिलाफ टेरर फंडिंग के मामले में चार्जशीट दायर की थी.
इस चार्जशीट में खुलासा हुआ था कि एजेंसी ने नाइक की 193 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति की पहचान की है, जिसमें से 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की जा चुकी है. जांच और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए जाकिर नाइक 2017 में मलेशिया भाग गया था और उसके पास वहाँ की नागरिकता भी है.
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