
एमवाय में एक महीने में लगभग 50 मामले पहुंचे… बेल्स पाल्सी नामक रोग फैला
इंदौर । इंदौर (Indore) में एक अजीब बीमारी (Strange disease) ने प्रकोप बढ़ा दिया है। पिछले माह नवम्बर से ठंड (cold) के चलते आधे चेहरे पर लकवा (paralyzed.) मारने अथवा आधा मुंह टेढ़े होने के केवल एमवाय हास्पिटल में ही हर रोज दो से तीन मामले सामने आ रहे हैं। फिजियोथैरेपी विभाग के अनुसार आधा चेहरा तिरछा या टेढ़ा होने के पिछले 30 दिनों में अभी तक लगभग 50 मामले आ चुके हैं।
डाक्टर के अनुसार ठंड के चलते चेहरे के एक तरफ की मांसपेशियों में अचानक आए लकवे या चेहरे की नसों में सूजन अथवा अंदरूनी क्षति के चलते आधा चेहरा तिरछा या टेढ़ा हो जाता है। इसके लक्षण 48-72 घंटों में स्पष्ट नजर आने लगते हैं। चेहरे का आधा हिस्सा लटक जाता है, मुस्कान टेढ़ी हो जाती है और टेढ़े चेहरे की तरफ वाली आंख को बंद करना मुश्किल हो जाता है। तत्काल जांच और इलाज से मरीज ठीक होने लगते हैं, मगर कई बार लापरवाही या अनदेखी के चलते यह स्थायी भी हो सकता है।
बेल्स पाल्सी के लक्षण
यह बेल्स पाल्सी नामक बीमारी के लक्षण बताए जाते हैं, जिसमें पहले चेहरे का लटकना या मुस्कान टेढ़ी होना नजर आता है। प्रभावित आंख को पूरी तरह से बंद करने में कठिनाई होना, सिरदर्द या कान के पीछे दर्द होना, अचानक स्वाद महसूस नहीं होना, सर्दी अथवा ठंड, वायरल इंफेक्शन के चलते नस में सूजन नजर आना भी इसके लक्षण हैं। डाक्टर का कहना है कि अगर लक्षण नजर आने पर तत्काल जांच और इलाज शुरू हो जाता है तो 95 प्रतिशत से ज्यादा मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो जाते हैं। इसमें फिजियोथैरेपिस्ट की भूमिका अहम होती है ।
नवम्बर माह में ठंड बढ़ते ही बेल्स पाल्सी के मामले अचानक बढऩे लगे हैं। इसका शिकार हाल ही में हमारा रेडियोग्राफर गगन भी हो चुका है, जिसका इलाज जारी है। ओपीडी में हर दिन इस बीमारी के 2 से 3 मरीज आ रहे हैं।
डाक्टर अरुण पाटीदार, फिजियोथैरेपी विभाग एमवाय हास्पिटल
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved