फाइटर जेट की कमी से जूझ रही भारतीय वायु सेना की ताकत और बढ़ने वाली है। अगले साल जनवरी में वायुसेना के स्क्वाड्रन में कम से कम तीन और राफेल शामिल होने वाले हैं। इस संबंध रखने वाले व्यक्तियों ने शनिवार को जानकारी दी है। फ्रांस निर्मित राफेल लड़ाकू विमानों की डिलीवरी की ये तीसरी खेप होगी. 59,000 करोड़ रुपये की लागत से कुल 36 राफेल विमानों को खरीदा गया है।
कम से कम तीन राफेल जेट अगले महीने भारत पहुंचेंगे। तारीखों पर अभी भी तक फैसला नहीं लिया गया। विमानों को रास्ते में बिना रोके सीधे फ्रांस से उड़ाकर गुजरात के जामनगर एयरबेस पर उतारा जाएगा। इस बीच रास्ते भारतीय और फ्रांसीसी टैंकरों की मदद से राफेल में ईंधन भरा जाएगा। देश को अभी तक दो खेपों में आठ राफेल लड़ाकू विमान प्राप्त हुए हैं। पांच राफेल विमानों की पहली खेप 29 जुलाई को भारत पहुंची थी।
दूसरी खेप में तीन राफेल जामनगर में चार नवंबर को उतरे थे। करीब चार साल पहले भारत ने फ्रांस सरकार के साथ 36 राफेल विमानों की खरीद के लिए 59,000 करोड़ रुपये का अंतर सरकारी करार किया था। पहले खेप में आये राफेल विमानों को 10 सितंबर को वायुसेना में शामिल किया गया। भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर. के. एस. भदौरिया ने पांच अक्टूबर को कहा था कि सभी 36 राफेल विमानों को 2023 तक सेना में शामिल कर लिया जाएगा।
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