
इन्दौर। शहर (Indore) में चल रहे मतदाता पुनरीक्षण (voter revision) कार्य में जहां कई जगह ढीले कामकाज के कारण बीएलओ (BLO) को प्रताड़ना झेलना पड़ रही है, वहीं एक बीएलओ विंधेश यादव (Vindhesh Yadav) ने जहां अपनी शादी की रस्मों (wedding rituals) को छोड़कर सबसे पहले शत-प्रतिशत काम किया, वहीं एक अन्य बीएलओ भी शत-प्रतिशत काम करने के लिए सम्मानित किए गए।
बताया जाता है कि बीएलओ विंधेश यादव की शादी का कार्यक्रम चल रहा है और शरीर पर अभी भी हल्दी लगी हुई थी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने घर-घर जाकर मतदाता सूची से जुड़े फॉर्म भरवाने का काम जारी रखा। माना जा रहा है कि वे सुबह शादी की रस्मों के बाद सीधे ड्यूटी पर पहुंच गए। क्षेत्रवासियों ने बताया कि विंधेश यादव ने किसी भी घर को छोड़े बिना फार्म वितरण और संग्रहण का काम किया। इसी क्रम में विधानसभा क्षेत्र-5 में बीएलओ ललित जोशी ने भी अपनी जिम्मेदारी का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण कर लिया है। उन्हें विधानसभा 5 में ऐसा करने वाले पहले बीएलओ होने का गौरव प्राप्त हुआ है। विधायक महेंद्र हार्डिया व नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, क्षेत्रीय पार्षद नंदकिशोर पहाड़िया ने ललित जोशी के कार्य की सराहना करते हुए बीएलओ ललित जोशी को आज उसी बूथ पर सम्मानित किया गया व पुरस्कार राशि सौंपी । ढोलक, बैंडबाजे के साथ जुलूस भी निकाला। जोशी द्वारा भाग संख्या 11 गोमा की फेल के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र का कार्य पूर्ण किया गया है। उच्च अधिकारियों पर निर्वाचन आयोग के दबाव के बाद ब्लू भी दबाव में काम कर रहे हैं लेकिन कई ऐसे कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारी हैं, जो एसआईआर के काम को देश सेवा की तरह कर रहे है। हाल ही में कलेक्टर ने 6 ऐसे बीएलओ को कलेक्टर कार्यालय बुलाकर सम्मानित किया था वहीं अब एक और मामला सामने आया है, जिसमें भाग संख्या 69 के विंधेश यादव घर-घर जाकर कर्मठता के साथ मतदाताओं की मदद कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने कहा कि ऐसे कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता को मजबूत करते हैं और उनकी ईमानदारी प्रेरणादायक है। वहीं दूसरी तरफ निर्वाचन विभाग के एक सुपरवाइजर का मामला चर्चा में है, जिन पर बेटे की शादी के नाम पर पूरे 18 दिन की छुट्टी लेने का आरोप लगा है। हाल ही में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें वे निर्वाचन विभाग के अन्य कर्मचारियों के साथ पार्टी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद विभाग के भीतर नाराजगी का माहौल है। कर्मचारियों का कहना है कि जब बीएलओ स्तर के कर्मचारी शादी के बीच अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। उसी समय वरिष्ठ कर्मचारी इतनी लंबी छुट्टी लेकर निजी कार्यक्रमों में व्यस्त दिखाई दें, तो इससे विभाग की छवि खराब होती है। सूत्र बताते हैं कि इस वीडियो की जांच के लिए रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच गई है और इस पर आगामी दिनों में विभागीय कार्रवाई संभव है। निर्वाचन कार्यों में इस तरह की असमानता ने विभागीय अनुशासन और कार्यसंस्कृति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।