
तेहरान। अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बीच ईरान ने अपनी अंडरग्राउंड मिसाइल सुरंगों की तस्वीरें जारी की हैं। माना जा रहा है कि ईरान की ये मिसाइलें इजरायल तक सटीक हमला करने में सक्षम हैं। इजरायल और अमेरिका की नजरों से छिपाए रखने के लिए ईरान ने अपने मिसाइल बेस को जमीन के अंदर बनाया है। ईरान की स्टेट टीवी ने कुछ दिन पहले ही नए भूमिगत मिसाइल बेस की तस्वीरें जारी की थी।
ईरान ने एक हफ्ते पहले की ऐलान किया था कि उसने फिर से अंडरग्राउंड न्यूक्लियर प्लांट को बनाने का काम शुरू कर दिया है। कुछ महीने पहले ही इजरायल की बमबारी में ईरान के परमाणु संयंत्रों को भारी नुकसान पहुंचा था। जिसके बाद उसने जमीन के अंदर अपने न्यूक्लिर स्टेशन को बनाने की बात कही थी। माना जा रहा है कि ईरान ने फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी के तटों पर भूमिगत मिसाइल सिटी की स्थापना की है।
ईरानी सेना रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर मेजर जनरल होसैन सलामी ने इस मिसाइल सिस्टम के अनावरण समारोह में भाग लिया। उन्होंने दावा किया कि हमारी मिसाइलों की उड़ान दुश्मन को हिला देगी और उनका बल दुश्मन को पीछे हटने के लिए मजबूर कर देगा। जनरल सलामी ने कहा कि ईरान की मिसाइल क्षमताओं ने तेहरान को अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति प्रदर्शित करने की ताकत दी है।
ईरानी टीवी के प्रसारित वीडियो में एक रेल कार पर लगी पांच इमाद मिसाइलों को दिखाया गया है। ये मिसाइलें एक के बाद एक कर लॉन्च पैड की ओर जाती दिखाई देती हैं। इन मिसाइलों की सीमा के भीतर संभावित लक्ष्यों में इज़राइल, इराक, सऊदी अरब और यूएई शामिल हैं, साथ ही इराक, बहरीन और कतर में अमेरिकी ठिकाने भी शामिल हैं।
इससे पहले ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स ग्राउंड फोर्स के अंतर्गत आने वाली इकाई रिसर्च एंड सेल्फ-सफिसिएंशी जिहाद ऑर्गनाइजेशन ने बीटीआर-50 टैंक, मेराज-1 ड्रोन, सोबन-1 मशीनगन और रडार सिस्टम की जानकारी को सार्वजनिक किया था। दावा किया गया था कि इन हथियारों को ईरान ने स्वदेशी तकनीकी से बनाया है। वहीं, इजरायल ने हाल में ही ईरान के ऊपर परमाणु बम बनाने का आरोप भी लगाया था।
ईरान का बीटीआर-50 टैंक पुराने मकरान टैंक का नया वर्जन है। इसमें फायर कंट्रोल सिस्टम के अलावा 30 एमएम कैलिबर की ऑटोमैटिक तोप और 7.62 कैलिबर की मशीनगन लगी है। यह टैंक नाइट विजन कैमरा की सहायता से रात में भी सटीकता से हमला कर सकता है।
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