
नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर(Jammu and Kashmir) के कठुआ जिले(Kathua district) में तीन लोगों के शव जलाशय में(Bodies of three people found in reservoir) मिलने से हड़कंप मच(there was a commotion) गया। ये दो दिन पहले लापता हुए थे। मृतकों में 14 वर्षीय बच्चा भी शामिल है। यह घटना आतंकवाद प्रभावित इलाके की बताई जा रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि योगेश सिंह, दर्शन सिंह और नाबालिग लड़का वरुण सिंह बुधवार शाम को बिल्लावर इलाके में शादी समारोह में शामिल होने निकले थे। इसके बाद से ही उनका कुछ पता नहीं चल रहा था।
तीनों के लापता होने की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों की ओर से बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसके बाद लोहाई मल्हार इलाके के पास एक जलाशय में तीनों लोगों के शव मिले। सूत्रों ने बताया कि इस इलाके में आतंकवादियों की भारी मौजूदगी है। पिछले 2 साल में यहां कई आतंकी हमले हो चुके हैं। पिछले महीने भी इसी इलाके से दो नागरिकों के शव बरामद किए गए थे।
आतंकवादियों के 2 मददगार हिरासत में
दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर के कठुआ और रामबन जिलों में कड़े सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत आतंकवादियों के 2 मददगारों को हिरासत में लिया गया है। PSA एक प्रशासनिक कानून है जो कुछ मामलों में बिना आरोप या सुनवाई के दो साल तक हिरासत में रखने की अनुमति देता है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कठुआ की बिलावर तहसील के धनोपरोले निवासी भुट्टू को जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर पीएसए के तहत हिरासत में लिया गया और उधमपुर जिला जेल में बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि आरोपी एक कट्टर ओजीडब्ल्यू था जो पिछले कुछ वर्षों से अवैध गतिविधियों में शामिल था। रामबन के दलवाह-गुल निवासी मंजूर अहमद उर्फ फुरकान को भी राष्ट्र विरोधी और असामाजिक गतिविधियों में संलिप्तता के लिए पीएसए के तहत हिरासत में लिया गया है। पिछले वर्ष अगस्त में पीएसए के तहत हिरासत में लेने के लिए आवश्यक मंजूरी प्राप्त होने के बाद से अहमद गिरफ्तारी से बच रहा था।
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