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जयप्रकाश नारायण का संपूर्ण क्रांति का नारा आज भी प्रासंगिक – सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव

October 11, 2025


लखनऊ । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (SP President Akhilesh Yadav) ने कहा कि जयप्रकाश नारायण का संपूर्ण क्रांति का नारा (Jayaprakash Narayan’s slogan of Total Revolution) आज भी प्रासंगिक है (Is still relevant Today) । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर ‘जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर’ (जेपीएनआईसी) को बचाने का संकल्प लिया।


अखिलेश यादव ने कहा, “हम सभी लोकनायक को याद कर रहे हैं। जेपीएनआईसी, जो उनकी याद में बनाया गया था, खूबसूरत इमारत थी। भाजपा ने इसकी दुर्दशा की है और इसे छिपाने की कोशिश कर रही है, ताकि कोई इस बर्बादी को न देख सके। हम संकल्प लेते हैं कि जेपीएनआईसी को बिकने नहीं देंगे।” उन्होंने जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति के नारे को आज भी प्रासंगिक बताते हुए कहा, “देश को उसी रास्ते की जरूरत है। हमारा देश तभी खुशहाल होगा जब समाजवादी मूल्यों पर चलेगा। समाजवादियों को जेपी से विरासत में मिले सिद्धांतों को हम आगे बढ़ाएंगे। जेपीएनआईसी से हमारा भावनात्मक जुड़ाव है। यह पूरे देश में किसी सोशलिस्ट नेता को समर्पित सबसे बेहतरीन स्मारक और संग्रहालय था।”

अखिलेश ने रायबरेली की घटना का जिक्र करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “ये लोग कानून और न्यायालय पर भरोसा नहीं करते, बल्कि हिंसा का रास्ता अपनाते हैं। जब मुख्यमंत्री की सोच ही बुलडोजर जैसी होगी, तो ऐसी घटनाएं होंगी। जेपी का सिद्धांत आज भी प्रासंगिक है, और हम किसानों और जनता से उनके रास्ते पर चलकर इस सरकार को हटाने का आह्वान करते हैं।” उन्होंने समाजवादी कार्यकर्ताओं से जमीन पर संघर्ष तेज करने का आह्वान करते हुए कहा, “हमें समझ आ गया है कि जितना हम जमीन पर काम करेंगे, उतनी ही हमारी लड़ाई कामयाब होगी। हम जेपी के रास्ते पर चलकर संघर्ष करेंगे।”

अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव का भी जिक्र किया और कहा, “लखनऊ में जेपीएनआईसी जैसा स्मारक बनना और उसकी इस सरकार ने ऐसी हालत कर दी। बिहार में इन्हीं के नाम पर ये लोग वोट मांगेंगे, किस मुंह से वोट मांगेंगे?” उन्होंने यह भी कहा कि बिहार चुनाव में जहां बुलाया जाएगा, हम लोग जाएंगे। इस दौरान अखिलेश यादव ने महिलाओं के अधिकारों पर कहा, “महिलाओं को बराबर का अधिकार मिले। आधी आबादी के बिना कोई भी समाज खुशहाल नहीं हो सकता है।”

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