कोलकाता। पूरा देश इस जघन्य कांड (heinous incident) के खिलाफ आवाज उठा रहा है और जल्द से जल्द न्याय की मांग कर रहा है। इस पर जब सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने बयान दिया था तो उनकी आलोचना भी खूब हुई थी। 11 अगस्त को कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने कहा था कि एक बेटी के पिता होने के नाते वह इस घटना से बहुत दुखी हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल और भारत को सुरक्षित माना जाता है और किसी एक घटना के आधार पर पूरे सिस्टम पर कोई फैसला नहीं किया जाना चाहिए। इस बयान के लिए गांगुली की खूब खिंचाई हुई थी।
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— Sourav Ganguly (@SGanguly99) August 19, 2024
हालांकि, बाद में उन्होंने एक और बयान दिया था। दादा ने बिस्वा-बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “मुझे नहीं पता कि पिछले रविवार को मैंने जो कहा था, उसका क्या मतलब निकाला गया या उसकी व्याख्या कैसे की गई। मैंने पहले भी कहा है कि (अपराध) यह एक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। यह घटना भयानक है… वाकई बहुत डरावनी है… हर जगह कुछ भी संभव है। इसलिए सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे उसी हिसाब से तैयार किए जाने चाहिए। यह घटना कहीं भी हो सकती है। सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।”
अब गांगुली ने अपनी डीपी चेंज की है तो लोग उनके इस कदम का सपोर्ट कर रहे हैं, क्योंकि वह भी उन हजारों-लाखों लोगों के साथ हैं, जिन्होंने ऐसा किया है। वहीं, अगर मामले की बात करें तो ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए इस कांड के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने केस को सीबीआई को सौंप दिया है। अभी तक सिर्फ एक ही शख्स की गिरफ्तारी हुई है, जबकि करीब 30 लोगों की पहचान की गई है, जिनसे पूछताछ जारी है।
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