
इंदौर। एक माह पहले देवास के जंगल से घायल हालत में मिले तेंदुए का उपचार इंदौर प्राणी संग्रहालय में पूरा हो चुका है। अब वन विभाग के अधिकारियों को तेंदुए को फिर से जंगल में छोड़े जाने के लिए पत्र लिखा गया है। आसपास के कई शहरों में तेंदुए के पकड़े जाने और उनके घायल होने की अवस्था में उपचार के लिए जू लाया जाता है। अब तक ऐसे एक दर्जन मामले हो चुके हैं। तेंदुओं को उपचार के बाद वन विभाग की टीमों द्वारा फिर से जंगल में छोड़ दिया जाता है।
जू में तमाम संसाधन और वन्य प्राणियों के लिए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होने के चलते तेंदुए के अलावा कई अन्य प्राणी भी वन विभाग के अफसर वहां लेकर पहुंचते हैं। एक माह पहले देवास के जंगल से गंभीर हालत में मिले तेंदुए को वन विभाग की टीम जू में लाई थी। उसके शरीर पर चोट के निशान थे, जिनका उपचार लगातार चलता रहा और अब उसके ठीक होने के बाद जू प्रबंधन ने वन विभाग के अफसरों से चर्चा की है। प्रभारी अधिकारी डॉ. उत्तम यादव के मुताबिक इससे पूर्व में भी कई पकड़े गए तेंदुओं को वन विभाग की टीमों द्वारा फिर से जंगल मेंं छोड़ा गया था। इसी के चलते उक्त तेंदुए को भी पिंजरे से आजादी के लिए वन विभाग के अफसरों से चर्चा हुई है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved