मुंबई। सीबीआई (CBI) ने जयश्री लक्ष्मणराव पाटिल (Jayashree Laxmanrao Patil) की शिकायत के आधार पर महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh) के खिलाफ एक प्रारंभिक जांच दर्ज की. सीबीआई(CBI) ने बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay high court) के आदेश के मुताबिक प्राथमिक जांच शुरू कर दी. वहीं, ईडी(ED) ने मनी लांड्रिंग मामले (Money laundering cases) में शिवसेना(Shivsena) विधायक प्रताप सरनाईक (Pratap Sarnaik) के सहयोगी योगेश देशमुख को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए मंगलवार को सीबीआई ने एक प्राथमिक जांच दर्ज की. इससे पहले हाई कोर्ट ने आरोपों की प्राथमिक जांच करने के लिए सोमवार को सीबीआई को 15 दिन का समय दिया था.
इस बीच ईडी ने शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक के सहयोगी और बिजनेस पार्टनर योगेश देशमुख को NSEL घोटाले में गिरफ्तार किया है. कथित तौर पर देशमुख ने NSEL की लगभग 22 करोड़ रुपये की मदद की थी. सरनाइक भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच के घेरे में है. फिलहाल योगेश देशमुख को 9 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है.
गौरतलब है कि इस घटनाक्रम से महाराष्ट्र सरकार में हलचल तेज है. पहले तो अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई की जांच शुरू हो गई और अब शिवसेना विधायक भी ईडी के घेरे में आते दिखाई दे रहे हैं.
मालूम हो कि मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने बीते दिनों एक चिट्ठी लिख कर अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली करने का आरोप लगाया था. इसी के बाद से ही अनिल देशमुख हर किसी के निशाने पर थे. सोमवार को जब बॉम्बे हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ सीबीआई जांच को मंजूरी दी. बाद में अनिल देशमुख ने इस्तीफा दे दिया. Share: