नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket team) के पूर्व कप्तान और आईपीएल-2021 में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) की कप्तानी कर रहे महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) अपनी कूलनेस के लिए जाने जाते हैं। धोनी का शांतचित स्वाभाव लोगों के लिए प्ररेणा है और कई लोग हैं जो उनकी तरह दबाव की विषम परिस्थिति में शांत रहने की कला सीखना चाहते हैं। ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं भारत के शीर्ष लेसर स्टैंडर्ड नाविक (Sailor) विष्णु सरवनन।
विष्णु इस साल जापान की राजधानी टोक्यो (Tokyo) में होने वाले ओलिंपिक खेलों में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा है कि खेलों के इस महाकुंभ में सफलता के लिए जरूरी है कि धोनी की तरह कूल माइंड रहा जाए। ऐतिहासिक रूप से पहली बार चार भारतीय सेलर-सरवनन (लेजर स्टैंडर्ड), नेत्रा (लेजर रेडियल) और विष्णु गणपति और वरूण ठक्कर (49अर स्किफ)-इस महीने के शुरू में ओमान में हुए एशियाई क्वालीफायर से ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहे। यह भी पहली बार होगा कि भारत ओलिंपिक में तीन सेलिंग स्पर्धाओं में हिस्सा लेगा।
अभी सीखने की गुंजाइश
विष्णु ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा कराई गई वर्चुअल मीडिया बातचीत में कहा, “अगर मैं शीर्ष 50 प्रतिशत में शामिल रहता हूं तो मुझे खुशी होगी। कोई दबाव नहीं होगा क्योंकि हम जानते हैं कि हम वहां तक नहीं पहुंचे हैं। हम युवा हैं और अभी सीखने की काफी ज्यादा गुंजाइश है। पूरे देश की काफी उम्मीदें हम पर लगी होंगी लेकिन हमें धोनी की तरह ‘कूल’ रहकर अपना काम करना होगा।”
नहीं होगा दबाव
ओलिंपिक कोटा हासिल करने वाली भारत की पहली महिला नौकायन खिलाड़ी नेत्रा ने कहा, “हम बिना ज्यादा उम्मीदों के खेलों में जाएंग। हम देखेंगे कि विश्व स्तर में हम कहां होते हैं। यह हमारे लिए सीखने की अच्छी प्रक्रिया होगी। हम उत्साहित हैं कि आखिरकार ओलिंपिक का सपना साकार हो गया। ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करना बहुत बड़ा कदम है। इसने काफी ध्यान सेलिंग खेल की ओर कर दिया है और मुझे उम्मीद है कि काफी युवा इस खेल में आएंगे। मैं भी ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला सेलर बनकर फक्र महसूस कर रही हूं।”