जेनेवा । फ्रांसीसी शासक नेपोलियन बोनापार्ट (Napoleon Bonaparte) का नाम आपने भी जरूर सुना होगा। वही, नेपोलियन, जिसे वॉटरलू के युद्ध में हार का सामना करना पड़ा था। अब नेपोलियन बोनापार्ट का एक हीरा नीलाम होने वाला है। जानकारी के मुताबिक इस हीरे को वॉटरलू के युद्ध से निकाला गया था। नवंबर में पहली बार इसकी नीलामी होगी। इस नीलामी में नेपोलियन के ब्रोच के अलावा एक हीरे की अंगूठी भी आकर्षण का केंद्र होगी। यह अंगूठी कभी अंतिम ओटोमन राजकुमारियों में से एक, नेस्लिशाह सुल्तान की थी।
यह वो फ्रांसीसी रत्न नहीं हैं, जिन्हें इस सप्ताह लूव्र म्यूजियम से चुराया गया था। बल्कि यह वो हीरे हैं, जिन्हें नेपोलियन ने खुद छोड़ दिया था। 1815 में वॉटरलू के युद्ध में जबर्दस्त हार के बाद नेपोलियन युद्धस्थल से भाग निकला था। इसके बाद इस हीरे को युद्ध में जीतने वाले प्रूसिया के राजा के वंशजों ने सदियों तक रखा था। अब 12 नवंबर को जेनेवा में सॉथ्बी के रॉयल एंड नोबल ज्वेल्स नीलामी में नीलाम किया जाएगा।
कैसा है इसका आकार
यह 13 कैरेट से अधिक की वजन वाला हीरा है, जो गोलाकार ब्रोच के बीच में रखा गया हुआ है। इसे करीब 1810 के समय पेरिस में तैयार किया गया था। माना जाता है कि खास मौकों पर नेपोलियन इसको धारण करता था। अनुमान है कि इसकी नीलामी राशि 150,000 डॉलर से 250,000 डॉलर के बीच हो सकती है।
नेपोलियन की हार के केवल तीन दिन बाद युद्ध की लूट के रूप में पेश किया गया यह ब्रोच सदियों तक होहेनजौलर्न हाउस में रहा। यह पूर्व जर्मन शाही वंश था था। इसे किंग फ्रेडरिक विल्हेम तृतीय से लेकर अंतिम जर्मन सम्राट, क्वीन विक्टोरिया के पौत्र कैज़र विल्हेम द्वितीय तक और अंततः उनके पौत्र लुइस फर्डिनेंड, प्रिंस ऑफ प्रुसिया तक पहुंचाया गया। पिछले कुछ साल से यह किसी अन्य निजी संग्रह का हिस्सा रहा है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved