
नई दिल्ली: ब्रिटेन (UK) की बोरिस जॉनसन सरकार ने स्पर्म (Sperm), एग (Eggs) और भ्रूण (Embryos) के स्टोरेज की समय सीमा 55 साल तक बढ़ाने का फैसला किया है. सरकार के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद (Sajid Javid) ने कहा कि इस फैसले से लोगों को फेमिली प्लानिंग (Family Planning) की तैयारियों के लिए और समय मिल सकेगा. इस फैसले को अभी संसद से मंजूरी मिलना बाकी है. सदन में प्रस्ताव पास होने के बाद स्टोरेज की समय सीमा बढ़ जाएगी.
रिसर्च रिपोर्ट का हवाला
रॉयल कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन (Royal College of Obstetricians) के रिसर्च की रिपोर्ट के बाद दी गई सलाह में कहा गया था कि मॉर्डन फ्रीजिंग तकनीकि के जरिये एग्स को अनिश्चित काल तक बिना किसी दुस्प्रभाव के सुरक्षित रखा जा सकता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस फैसले से थर्ड पार्टी डोनर्स के पास विकल्प होंगें. वहीं किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसकी फ्रोजेन सेल्स का उपयोग कुछ और ज्यादा वक्त तक संभव हो सकेगा. अभी तक एग्स-स्पर्म के स्टोरेज की निर्धारित लिमिट सिर्फ 10 साल थी उसके बाद उन्हें नष्ट कर दिया जाता था.
ब्रिटिश फर्टिलिटी सोसाइटी ने किया स्वागत
सरकार के प्रस्ताव का ब्रिटिश फर्टिलिटी सोसाइटी के प्रेसिडेंट डॉ राज माथुर ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा, ‘समय सीमा का विस्तार गंभीर बीमारियों का शिकार लोगों के साथ सामान्य कपल्स के लिये भी कारगर साबित होगा. इस नए फैसले से लोगों के उस मूलभूत अधिकार की सुरक्षा और सुनिश्चित होगी जिससे उनका भविष्य जुड़ा होता है.
वहीं ह्यूमन फर्टिलाइजेशन एंड एम्ब्रियोलॉजी अथॉरिटी की अध्यक्ष जूलिया चेन ने कहा कि जितनी जल्दी एक महिला अपने एग्स को फ्रीज करती है, बाद में सफल आईवीएफ गर्भधारण की संभावना उतनी ही बेहतर होती है.
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