
नई दिल्ली। आईबीएम (IBM) ने मंगलवार को कहा कि वह चौथी तिमाही (Fourth quarter) में नौकरियों में कटौती (Layoff) करेगा। इससे हजारों कर्मचारियों पर असर पड़ सकता है। कंपनी यह कदम अपने उच्च-लाभ वाले सॉफ्टवेयर सेगमेंट (Software segment) पर ध्यान केंद्रित करने के तहत उठा रही है, जबकि वॉल स्ट्रीट इस बात पर गौर कर रहा है कि आईबीएम एआई संबंधित क्लाउड मांग से कितना लाभ उठा सकता है। आईबीएम ने एक बयान में कहा, हम नियमित रूप से अपने कार्यबल की समीक्षा करते हैं और समय-समय पर संतुलन बनाते हैं।
सीईओ अरविंद कृष्णा (CEO Arvind Krishna) के नेतृत्व में आईबीएम ने अपने “रेड हैट” डिवीजन के माध्यम से क्लाउड सेवाओं पर बढ़ते खर्च का लाभ उठाने के लिए सॉफ्टवेयर व्यवसाय पर दांव दोगुना किया है, क्योंकि अधिक से अधिक कंपनियां एआई तकनीक को एकीकृत कर रही हैं।
हालांकि, पिछले महीने आईबीएम के मुख्य क्लाउड सॉफ्टवेयर सेगमेंट में वृद्धि की गति धीमी पाई गई, जिससे उन निवेशकों में चिंता बढ़ी है जो “बिग ब्लू” की क्लाउड सेवाओं की बढ़ती मांग से अधिक लाभ कमाने की क्षमता पर दांव लगा रहे थे। वर्ष 2024 के अंत तक आईबीएम के पास लगभग 2,70,000 कर्मचारी थे। कंपनी ने कहा कि कुछ अमेरिकी कर्मचारी इस छंटनी से प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन अमेरिका में कुल रोजगार स्तर साल-दर-साल लगभग समान रहने की उम्मीद है।
1,00,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी
इस साल 2025 में अब तक टेक कंपनियों ने कुल मिलाकर लगभग 1,00,000 से 1,28,732 कर्मचारियों की छंटनी की है, जो कि 218 से ज्यादा कंपनियों में हुई है। प्रमुख कंपनियों के छंटनी के आंकड़े निम्नलिखित हैं:
Intel ने सबसे ज्यादा छंटनी की है, करीब 24,000 कर्मचारियों (लगभग 22% अपनी कुल वर्कफोर्स का) को निकाल दिया, जो अमेरिका, जर्मनी, पोलैंड और कोस्टा रिका में फैले यूनिट्स में हुई है।
Amazon ने करीब 14,000 से 30,000 कर्मचारियों को निकाला है, जो कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी में से एक मानी जा रही है। खासकर AWS क्लाउड, ऑपरेशंस, कॉर्पोरेट और HR यूनिट्स में इसका असर रहा है।
Microsoft ने लगभग 7,000 कर्मचारियों की छंटनी की है। Meta ने करीब 600 कर्मचारियों को निकाला है। TCS ने भी पुनर्गठन के तहत करीब 6,000 लोगों को नौकरी से हटाया है और भारत की IT कंपनियों में कुल मिलाकर इस साल लगभग 50,000 कर्मचारियों की छंटनी संभव बताई जा रही है। अन्य बड़ी कंपनियां जैसे IBM, Accenture, और Salesforce ने भी हजारों कर्मचारियों की छंटनी की है।
AI मचा रहा तबाही
मुख्य वजहें AI और ऑटोमेशन के साथ-साथ कॉस्ट कटिंग, फाइनेंशियल ग्रोथ में सुस्ती, और बिजनेस मॉडल में बदलाव को बताया गया है। ये छंटनियां विश्व स्तर पर सिलिकॉन वैली से लेकर भारत तक फैली हुई हैं और बड़े पैमाने पर टेक सेक्टर को प्रभावित कर रही हैं।
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