img-fluid

नवंबर में शादी करने पर इस देश में हो जाते है तलाक और मां नहीं बन पाती दुल्‍हन!

September 12, 2021

नई दिल्ली। सौभाग्य (Good Luck) और दुर्भाग्य (Misfortun) दोनों ऐसे विषय हैं कि जिनकी उपेक्षा करना आसान नहीं होता. नये काम की शुरुआत हो या शादी जैसा बड़ा फैसला, लोग सही समय या मुहूर्त का ध्यान रखते है. यहां पर बात जिम्बाब्वे (Zimbabwe) की उस मान्यता का जिसके तहत लोग नवंबर के महीने में शादी करने से (November Marriages Linked To Misfortunes) से कतराते हैं. इस मान्यता के मुताबिक नवंबर के महीने में शादी करना आमतौर पर तलाक (divorce) और प्रेगनेंसी में नाकामी (pregnancy failure) जैसे दुर्भाग्यों (Misfortunes) को आमंत्रित करना होता है.



इस प्रथा पर विश्वास करने वाली शोना कम्युनिटी के लोग आमतौर पर दक्षिण अफ्रीका और खासकर जिम्बाब्वे में रहते हैं. यहां रहने वाले कुछ लोगों का मानना है कि इस दौरान यहां पर बारिश होती है. इसलिये वनस्पतियों और जीवों दोनों के विकास के लिये ये महीना काफी अहम होता है. वहीं कुछ लोगों का ये भी मानना है कि यह महीना रीति-रिवाजों के लिए बेहद पवित्र है. इसलिये इस दौरान किसी भी तरह का शोरशराबे वाला समारोह आयोजित नहीं किया जा जाता है.
हालांकि इसाई समुदाय के कुछ लोग इस पवित्र महीने की गतिविधियों पर प्रतिबंध के खिलाफ हैं, जबकि परंपराओं को मानने वाले अभी भी ऐसे नियमों का पालन करते हैं. दरअसल सैटरडे हेराल्ड लाइफस्टाइल के एक सर्वेक्षण से पता चला है कि ब्लैक नवंबर का मुद्दा परंपरा और सांस्कृतिक मान्यताओं से जुड़ा है. इसको मानना लोगों की अपनी इच्छा पर निर्भर करता है. शादी की दावत में बकरे-बकरियों की मांग तेज हो जाती है, जबकि ये महीना उनके प्रजनन के लिए मुफीद माना जाता है. इसलिये समुदाय के कुछ लोग इस दौरान शादी समारोह न करने की सलाह देते हैं.
इस मान्यता की वजह से प्रभावित लोगों का कहना है कि बात नहीं मानने पर आपको भविष्य में समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. एक पीड़ित ने कहा कि, ‘मुझे याद है कि मेरे भाई की शादी आठ साल पहले नवंबर के महीने में हुई थी और अभी तक उन्हें कोई संतान नहीं हुई है.’
(नोट- ये आर्टिकल विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से प्रकाशित किया गया है. अग्निबाण इन दावों की पुष्टि या समर्थन नहीं करता है.)

Share:

  • पंजशीर नेता अहमद मसूद अब भी लड़ रहे, 70 फीसदी इलाके पर तालिबान का कब्जा

    Sun Sep 12 , 2021
    काबुल। पंजशीर प्रतिरोध बलों के नेता अहमद मसूद (Panjshir Leader Ahmad Masood) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) नहीं छोड़ा है। ईरान की समाचार एजेंसी एफएआरएस (Iran’s news agency FARS) ने शनिवार को सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी है। समाचार एजेंसी के अनुसार अहमद मसूद (Ahmad Masood) के मध्य एशियाई देश छोड़कर तुर्की या किसी अन्य […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved