
नई दिल्ली । कर्नाटक (Karnataka) में कांग्रेस (Congress) के सामने नई मुश्किल खड़ी होती नजर आ रही है। खबर है कि अब मुख्यमंत्री पद (Chief Minister post) के लिए सिद्धारमैया (Siddaramaiah) और डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) समर्थक जाति आधारित संगठन खुलकर कांग्रेस को चेतावनी दे रहे हैं। वहीं, दोनों नेता दिल्ली से बुलावा आने का इंतजार कर रहे हैं। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले इस मुद्दे का समाधान हो सकता है। सत्र 1 दिसंबर से शुरू हो रहा है। कहा जा रहा है कि मई 2023 में हुई सीक्रेट डील को लेकर यह विवाद जन्मा है, जिसमें कथित तौर पर दोनों नेताओं को ढाई-ढाई साल सीएम बनने की बात कही गई थी।
दिल्ली से कॉल का इंतजार
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बैठक की बात कर चुके हैं। वहीं, दोनों नेता भी दिल्ली से बुलावे के इंतजार में हैं। एक ओर जहां सिद्धारमैया ने कहा कि तलब किया गया, तो वह जाएंगे। वहीं, शिवकुमार ने कहा, ‘सीएम और मैं चर्चा करेंगे और हम जाएंगे। अगर वो बुलाएंगे, तो हम जाएंगे।’ कयास थे कि दिल्ली में 28 या 29 नवंबर को नेताओं के बीच चर्चा हो सकती है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
चल रही हैं गुप्त बैठकें?
गुरुवार को सीएम सिद्धारमैया ने अपना सरकारी काम जारी रखा। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि उन्होंने बुधवार को अपने करीबी माने जाने वाले विधायकों के साथ बैठक की थी। इनमें जी परमेश्वर, सतीश जरकिहोली, एचसी महादेवप्पा, के वेंकटेश और पूर्व मंत्री केएन राजन्ना मौजूद थे।
कांग्रेस को मिल रहीं चेतावनी
KSFBCC यानी कर्नाटक स्टेट फेडरेशन ऑफ बैकवर्ड क्लास कम्युनिटीज ने चेताया था कि अगर सिद्धारमैया को पद से हटाने की कोशिश की गई, तो इसके परिणाम भी होंगे। KSFBCC अध्यक्ष केएम रामचंद्रप्पा ने कहा था, ‘ये धमकियां नई नहीं हैं। ये आजादी से चली आ रही हैं। पिछड़े समुदाय धमकियों से नहीं डरेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘जो जाति जनगणना के खिलाफ हैं, वो सीएम को पद से हटाने की कोशिश कर रहे हैं। हम सिर्फ उम्मीद ही कर सकते हैं कि वो अन्य समुदायों के साथ कैसा बर्ताव करेंगे। अहिंदा को इस बात से दर्द पहुंचा है। अगर ये घटनाक्रम होते रहे, तो कांग्रेस के लिए मुश्किल हो जाएगी। अहिंदा चुप नहीं बैठेंगे।’
इससे पहले वोक्कलिगा संघ ने कांग्रेस से शिवकुमार को प्रमोट कर सीएम बनाने की अपील की थी। अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा था कि शिवकुमार ने बगैर थके दिन रात काम किया है और वह इसके हकदार हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर शिवकुमार को सीएम पद नहीं मिला, तो संतों के मार्गदर्शन में समुदाय विरोध प्रदर्शन करेगा।’
पूर्व अध्यक्ष बी केंचप्पागौड़ा ने कहा, ‘अगर उन्हें (शिवकुमार) को अनुचित तरीके से दरकिनार किया गया, तो समुदाय कांग्रेस को अगले चुनाव में सबक सिखाएगा।’
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