img-fluid

पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ीं, तालिबान को रूस का खुला समर्थन, भारत ने भी किया मदद

November 08, 2025

नई दिल्‍ली । अफगानिस्तान(Afghanistan) और पाकिस्तान(Pakistan) के बीच तुर्की(Türkiye) में हो रही शांति वार्ता(Peace talks) पर पाकिस्तानी हमलों(Pakistani attacks) का साया पड़ गया है। काबुल और इस्लामाबाद के संबंध भी नाजुक मोड़ पर आ गए हैं। एक तरफ दोनों पक्षों ने ताजा शांति वार्ता शुरू की, वहीं दूसरी ओर गुरुवार को अफगान-पाक सीमा पर स्पिन बोल्डक कस्बे के पास पाकिस्तान ने गोलीबारी को भड़काया।


आपको बता दें कि दोनों पक्षों ने 19 अक्टूबर को दोहा में संघर्षविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। हालांकि, पिछले हफ्ते इस्तांबुल में हुई दूसरे दौर की बातचीत बिना किसी दीर्घकालिक समझौते के समाप्त हो गई थी। इसी कारण तीसरे दौर की वार्ता आवश्यक हो गई।

अफगान मामलों के विशेषज्ञों के अनुसार, काबुल के प्रति पाकिस्तान की आक्रामक नीतियों के कारण दोनों के संबंध तनावपूर्ण और उदासीन बने रहने की आशंका है।

जैसे ही शांति वार्ता शुरू हुई अफगानिस्तान में तालिबान शासन को रूस से समर्थन मिला। गुरुवार को, रूसी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (सेक्रेटरी ऑफ द कंट्रीज सिक्योरिटी काउंसिल) सर्गेई शोइगु ने सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (CSTO) और स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल (CIS) की संयुक्त बैठक के दौरान अफगानिस्तान में “महत्वपूर्ण और सकारात्मक विकास” की बात की। शोइगु ने अफगानिस्तान की सुरक्षा स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए भी अफगानिस्तान को क्षेत्रीय आर्थिक ढांचों में फिर से शामिल करने के महत्व पर जोर दिया।

इसी बैठक को संबोधित करते हुए, CSTO के महासचिव इमानगाली तस्मागाम्बेटोव ने अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान के बीच सीमा सुरक्षा को मजबूत करने वाले कार्यक्रम को लागू करने पर बल दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि अफगानिस्तान की स्थिरता और विकास उसके पड़ोसी देशों, विशेष रूप से CSTO सदस्य देशों के हितों के अनुरूप है।

कृषि में भारत का सहयोग

इस बीच, भारतीय राजनयिक मिशन के प्रमुख ने इस सप्ताह अफगानिस्तान के कृषि मंत्री से मुलाकात की। इस बैठक का उद्देश्य कृषि क्षेत्र और अनुसंधान में क्षमता निर्माण के साथ काबुल की सहायता करना था।

Share:

  • पूर्व CIA अधिकारी का दावा... PAK के परमाणु संयंत्र पर थी हमले की योजना. इंदिरा गांधी ने नहीं दी मंजूरी

    Sat Nov 8 , 2025
    नई दिल्ली। पूर्व सीआईए अधिकारी रिचर्ड बार्लो (Former CIA officer Richard Barlow) ने दावा किया है कि 1980 के दशक की शुरुआत में इस्लामाबाद (Islamabad.) की परमाणु महत्वाकांक्षा को रोकने के लिए भारत और इजरायल (India and Israel) द्वारा पाकिस्तान (Pakistan) के कहुटा परमाणु संयंत्र (Kahuta Nuclear Plant) पर हवाई हमले करने के प्रस्तावित योजना […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved