
नई दिल्ली: देश आज अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने लाल किले (Red Fort) की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अब खुद से इलेक्ट्रिक बैटरियां (Electric Batteries) बनाएगा. जी हां, ये सुनकर आपको भी गर्व महसूस हुआ होगा कि आज का भारत कितना आगे बढ़ गया है कि वो अब खुद से ही इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियां बनाएगा.
पिछले कुछ साल से मार्केट में तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की डिमांड बढ़ते जा रही है. पीएम मोदी ने कहा कि आने वाला युग EV का है. क्या EV बैटरी हम नहीं बनाएंगे, हम निर्भर रहेंगे? इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए जिन जिन चीजों की आवश्यकता है, वो हमारी होनी चाहिए. मैं ये कहने की हिम्मत इसलिए करता हूं, क्योंकि मुझे देश के नौजवानों के सामर्थ्य पर भरोसा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 का जब उद्घाटन किया था तब भी उनका फोकस इसी बात पर था. पिछले एक साल में भारतीय ऑटो सेक्टर में लगभग 12% की बढ़ोतरी हुई है. भारत में हर साल बिकने वाली कारों की संख्या कई देशों की जनसंख्या से भी ज्यादा है. हर साल लगभग 2.5 करोड़ कारों की सेल भारत में निरंतर बढ़ती मांग को दिखाता है. भारत अभी के समय में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और तीसरा सबसे बड़ा ऑटो मार्केट है. वहीं, जैसे-जैसे भारत वैश्विक स्तर पर तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा, देश का ऑटो मार्केट अभूतपूर्व परिवर्तन और विस्तार का गवाह बनेगा.
ऑटो सेक्टर के डेवलपमेंट के लिए जिन चीजों की जरूरत है वो आज के समय में भारत में मौजूद है. पिछले एक दशक में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 640 गुना बढ़ी है. पिछले दस साल पहले जहां सालाना सिर्फ लगभग 2,600 इलेक्ट्रिक वाहन बिकते थे, वहीं आज के समय में ये संख्या कही ज्यादा है. आज एक दिन में बिकने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या एक दशक पहले पूरे साल में बिकने वाले वाहनों की संख्या से दोगुनी है. वहीं इस दशक के अंत तक भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या आठ गुना बढ़ सकती है, जो इस सेक्टर में अपार संभावनाओं को दिखाता है.
देश में बनी Hyundai Creta Electric की बैटरी दक्षिण कोरिया की वाहन निर्माता कंपनी ने बताया कि अपनी कारों में इस्तेमाल होने वाले 92 प्रतिशत सामान भारत में ही तैयार करवाती है. वहीं इलेक्ट्रिक कारों के लिए ईवी बैटरी पैक्स भी देश में ही बना रही है. कंपनी चेन्नई में बनी फैक्टरी से ईवी बैटरी पैक्स सोर्स करती है. फेज -1 में इस प्लांट से हर साल 75,000 बैटरी पैक्स बनकर बाहर निकलेंगे.इनका इस्तेमाल हुंडई क्रेटा इलेक्ट्रिक जैसी कंपनी की इलेक्ट्रिक गाड़ियों में किया जाता है. इस प्लांट में लिथियम-निकल-मैंगनीज-कोबाल्ट ऑक्साइड और लिथियम आयरन फास्फेट बैटरी है.
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