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PM मोदी ने बताया साइंस में भारत का दम, ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 81 से 46 पर छलांग

September 10, 2022

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित ‘सेंटर-स्टेट साइंस कॉन्क्लेव’ का उद्घाटन किया. यह कॉन्क्लेव दो दिवसीय है. इस कार्यक्रम का वर्चुअली उद्घाटन कर पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में नए-नए इनोवेशन हो रहे हैं और भारत के विकास में साइंस ऊर्जा की तरह है. उन्होंने कहा कि सेंटर-स्टेट साइंस कॉन्क्लेव यानी केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन हम सबके प्रयास के मंत्र का एक उदाहरण है. आज जब भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की ओर बढ़ रहा है, भारत के विज्ञान और इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है.

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के भारत के विकास में विज्ञान उस ऊर्जा की तरह है, जिसमें हर क्षेत्र के विकास को, हर राज्य के विकास को गति देने का सामर्थ्य है. उन्होंने आगे कहा कि समाधान (Solution) का, विकास (Evolution) का और नवाचार (Innovation) का आधार विज्ञान ही है. इसी प्रेरणा से आज का नया भारत, जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के साथ ही जय अनुसंधान का आह्वान करते हुए आगे बढ़ रहा है.


उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम में आंसटीन, फर्मी, मैक्स प्लांक, नील्स बोर, टेस्ला जैसे साइंटिस्ट अपने प्रयोगों से दुनिया को चौंका रहे थे. उसी दौर में सी वी रमन, जगदीश चंद्र बोस, सत्येंद्रनाथ बोस, मेघनाद साहा, एस चंद्रशेखर समेत कई वैज्ञानिक अपनी नई-नई खोज सामने ला रहे थे. अगर हम पिछली शताब्दी के शुरुआती दशकों को याद करें तो पाते हैं कि दुनिया में किस तरह तबाही और त्रासदी का दौर चल रहा था. लेकिन उस दौर में भी बात चाहे ईस्ट की हो या वेस्ट की, हर जगह के साइंटिस्ट अपनी महान खोज में लगे हुए थे.

पीएम मोदी ने कहा कि जब हम अपने वैज्ञानिकों की उपलब्धियों को सेलिब्रेट करते हैं तो साइंस हमारे समाज का हिस्सा बन जाती है, वो पार्ट ऑफ कल्चल बन जाती है. इसलिए आज सबसे पहला आग्रह मेरा यही है कि हम अपने देश के वैज्ञानिकों की उपलब्धियों को जमकर सेलिब्रेट करें. उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार साइंस बेस्ड डेवलपमेंट की सोच के साथ काम कर रही है. 2014 के बाद से साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इनवेस्टमेंट में काफी वृद्धि की गई है. सरकार के प्रयासों से आज भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (Global Innovation Index) में 46वें स्थान पर है, जबकि 2015 में भारत 81 नंबर पर था.

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