
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ऑस्ट्रेलिया के दोबारा प्रधानमंत्री चुने जाने पर (On being re-elected as Australia’s Prime Minister) एंथनी अल्बनीज को बधाई दी (Congratulated Anthony Albanese) ।
पीएम मोदी ने कहा कि वे अल्बनीज के साथ मिलकर भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मजबूत होते रणनीतिक रिश्तों को और आगे बढ़ाने और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के साझा लक्ष्य को आगे ले जाने के लिए उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “एंथनी अल्बनीज को उनकी जबरदस्त जीत और दोबारा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई! यह जीत दर्शाती है कि ऑस्ट्रेलियाई जनता को आपके नेतृत्व पर भरोसा है। मैं भारत-ऑस्ट्रेलिया के रणनीतिक संबंधों को और गहरा करने और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में शांति और समृद्धि के लिए मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित हूं।”
एंथनी अल्बनीज ने शनिवार को अपनी जीत की घोषणा की और ‘एक्स’ पर लिखा, “धन्यवाद, ऑस्ट्रेलिया।” अल्बनीज पिछले 21 वर्षों में पहले ऐसे ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री बने हैं जिन्हें लगातार दूसरी बार तीन साल का कार्यकाल मिला है। लोक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी लेबर पार्टी ने चुनाव में बड़ी जीत हासिल की और बहुमत हासिल करने जा रही है। यह जीत इसलिए भी खास है, क्योंकि 2004 के बाद पहली बार कोई प्रधानमंत्री लगातार दो बार सत्ता में लौटा है।
चुनाव से पहले अल्बनीज ने विश्वास जताया था कि उनकी पार्टी को फिर से बहुमत मिलेगा। पांच सप्ताह के चुनाव अभियान के दौरान उनका प्रदर्शन विपक्षी नेता पीटर डटन से बेहतर रहा था। सिडनी में समर्थकों को संबोधित करते हुए अल्बनीज ने कहा, “ऑस्ट्रेलियाई जनता ने फैसला किया है कि हम दुनिया की चुनौतियों का सामना अपने तरीके से करेंगे, एक-दूसरे का साथ देते हुए और भविष्य की तैयारी करते हुए। हमें किसी और से प्रेरणा लेने की जरूरत नहीं है, हमारी प्रेरणा हमारे अपने मूल्य और लोग हैं।”
लेबर पार्टी 151 सदस्यों वाले सदन में अपनी सीटों में इजाफा करती हुई नजर आ रही है। जबकि, आमतौर पर दूसरे कार्यकाल में सीटें कम हो जाती हैं। यदि इसकी पुष्टि हो जाती है तो इससे अल्बनीज को अहम कानून पास कराने में मदद मिलेगी, वहीं लिबरल पार्टी के नेता पीटर डटन के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी रूढ़िवादी गठबंधन ने शनिवार को हार स्वीकार कर ली। डटन, जो 24 साल से सांसद थे, अपनी सीट भी हार गए।
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