
नई दिल्ली । समय-समय पर सभी ग्रह अन्य ग्रहों (Planets)से मिलकर शुभ-अशुभ योग का निर्माण(Creation of yoga) करते हैं। इनके प्रभाव (Effect)से कुछ काम पूरे, तो कुछ पूरे होते-होते अधूरे रह जाते हैं। इसके अलावा इन योगों का खास असर निजी जीवन से लेकर कार्यप्रणाली पर दिखाई देता है। इन्हीं में से एक है ‘ग्रहण योग’ जो चंद्रमा के साथ राहु की युति होने से बनता है। ज्योतिष में ग्रहण योग को अशुभ माना गया है और इससे जातकों को स्वास्थ्य समस्याएं, नौकरी में बाधाएं और रिश्तों में परेशानियां आने लगती है। जल्द सितंबर के प्रारंभ में यह योग बनने जा रहा है।
बता दें, मन के कारक चंद्रमा 6 सितंबर 2025 को राशि परिवर्तन करने वाले हैं। वह मकर से अपनी यात्रा को विराम देते हुए कुंभ में गोचर करेंगे। इस राशि में पहले से ही राहु मौजूद हैं। ऐसे में कुंभ राशि में राहु-चंद्रमा की युति होगी, जिससे कुछ राशि वालों की समस्याएं बढ़ सकती हैं। इन जातकों को कार्यों को पूरा करने में दिक्कतें आ सकती हैं। आइए इन राशियों के नाम जानते हैं।
सिंह राशि
ग्रहण योग सिंह राशि वालों की मुश्किलें बढ़ा सकता है। आपको इस अवधि में कार्य को लेकर सावधानी रखनी होगी। यात्रा पर धन खर्च अधिक होने के कारण मन चिड़चिड़ा रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपके विरोधी सक्रिय रहेंगे। इस दौरान निवेश के क्षेत्र में किसी भी योजना या कारोबार में सोच-समझकर पैसा लगाएं। महत्वपूर्ण कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही से बचें। रिश्तों में चल रही समस्याएं तनाव बढ़ा सकती हैं।
तुला राशि
ग्रहण योग के प्रभाव से तुला राशि वालों की परेशानियां बढ़ेंगी। आप किसी के बहकावे में आकर पास के फायदे में दूर का नुकसान न करें। सेहत में चल रही दिक्कतें और बढ़ सकती हैं। इस समय परीक्षा-प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे छात्रों को अधिक परिश्रम और प्रयास की आवश्यकता होगी। व्यवसाय में आपको मंदी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, चीजों के प्रति धैर्यवान रहना लाभकारी हो सकता है।
मीन राशि
मीन राशि वालों को भाई-बहनों के साथ में कमी देखने को मिलेगी। काम को पूरा न होने से मन परेशान रहने वाला है। कार्यक्षेत्र में कोई भी बात किसी को न बताएं, अन्यथा आपके विरोधी उसका फायदा उठा सकते हैं। प्रेम संबंध में किसी भी गलतफहमी को संवाद के जरिए दूर करें। नौकरी में अच्छे परिणाम पाने के लिए और प्रयास करें। कानूनी मामले में आप जल्दबाजी के कारण किसी समस्या में आ सकते हैं। आत्मविश्वास में कमी का एहसास होगा।
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