
डेस्क। पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि नाइजीरिया में ईसाइयों को सताया जा रहा है। इस बात को निकी मिनाज ने भी मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र के एक कार्यक्रम में कहा है। त्रिनिदाद में जन्मी निकी मिनाज ने ट्रंप को शुक्रिया भी कहा क्योंकि इतने जरूरी मुद्दे पर उन्होंने बात की।
इस महीने शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाइजीरिया में ईसाइयों को सताए जाने का मुद्दा उठाया। सोशल मीडिया पर भी उन्होंने यह बात कही, जिस पर निकी मिनाज ने भी रिएक्शन दिया था। इस मुद्दे के चर्चा में आने के बाद संयुक्त राष्ट्र में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें निकी ने अमेरिकी मिशन के एक पैनल में अमेरिकी राजदूत माइक वाल्ट्ज और रिलीजियस लीडर के साथ बात की। वह कहती हैं, ‘दुख की बात है कि यह समस्या न केवल नाइजीरिया में बल्कि दुनिया भर के कई अन्य देशों में भी बढ़ती जा रही है।’
मिनाज ने कहा कि वह यह बात साफ करना चाहती थीं कि नाइजीरिया में ईसाइयों की रक्षा का मतलब किसी का पक्ष लेना या लोगों को बांटना नहीं है। वह कहती हैं, ‘यह लोगों को एकजुट करने के बारे में है।’ उन्होंने नाइजीरिया को गहरी आस्था और परंपराओं वाला एक खूबसूरत देश बताया, जिसे देखने के लिए वह बेताब हैं। निकी मिनाज ने आगे कहा, ‘धार्मिक स्वतंत्रता का मतलब है कि हम सभी अपने धर्म का पालन कर सके, चाहे हम कोई भी हों, हम कहीं भी रहते हों और हमारी आस्था कुछ भी हो।’
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved