
नई दिल्ली। RCB ने सालों के इंतजार के बाद आईपीएल में जीत दर्ज की। इसके बाद बेंगलुरु में सेलिब्रेशन देखने को मिला, जो भगदड़ में बदल गया है। सही तरह से सेलिब्रेशन का प्रबंध नहीं किया गया और काफी लोग घायल हो गए। इसी बीच 11 लोगों की जान चली गई और इसके बाद टीम के लिए मुश्किलें बढ़ गईं। अब कर्नाटक सरकार ने RCB के खिलाफ कड़ा फैसला सुनाया है।
जस्टिन जॉन माइकल डी’कुन्हा न्याय आयोग ने बेंगलुरु भगदड़ की जांच की थी। इसी बीच उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन, DNA एंटरटेनमेंट और बेंगलुरु पुलिस अधिकारियों को दोषी ठहराया था। अब कर्नाटक सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है, जिससे इन सभी के खिलाफ कार्यवाही का रास्ता आसान हो गया है। 4 जून को लगभग साढ़े तीन बजे चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मची थी और करीब 50 लोग घायक हुए थे और 11 की जान चली गई थी।
कर्नाटक के मुख्य मंत्री सिद्धारमैया को जो रिपोर्ट दी गई थी, उसमें बताया गया कि क्राउड को संभालने के लिए पूरी व्यवस्था नहीं थी। इसके बावजूद जश्न मनाया गया और बहुत बड़ा हादसा देखने को मिला। इस गलती को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन, DNA एंटरटेनमेंट और बेंगलुरु पुलिस अधिकारियों की सबसे बड़ी लापरवाही बताया गया है। बेंगलुरु पुलिस पर गाज गिरने वाली है, क्योंकि भारी मात्रा में भीड़ की आशंका थी लेकिन फिर भी मात्र 79 पुलिस कर्मी मौजूद थे। इसके अलावा स्टेडियम के बाहर एम्बुलेंस मौजूद नहीं थी और जॉइंट पुलिस कमिश्नर लगभग 30 मिनट बाद आए थे।
RCB के लिए चीजें समय के साथ मुश्किल होती जा रही हैं। उन्हें साफ तौर पर दोषी ठहरा दिया गया है और अब कर्नाटक सरकार के फैसले के बाद जरूर बीसीसीआई पर नजर होगी। इस लापरवाही के लिए RCB पर भी कार्यवाही की जा सकती है। संभव है कि क्रिकेट काउंसिल द्वारा उन्हें एक सीजन के लिए बैन कर दिया जाए। यह विराट कोहली और बेंगलुरु के फैंस के लिए बेहद बुरी खबर साबित हो सकती है।
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