लंदन। ब्रिटेन में महंगाई (UK inflation) ने 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। फिलहाल देश के लोगों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा महंगाई (issue inflation) बना हुआ है। बजट से ठीक पहले आए ताजा आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2022 के दौरान ब्रिटेन में खुदरा महंगाई (UK retail inflation) (consumer price) बढ़कर 11.1 फीसदी हो चुकी है, जो 1981 से अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. चिंता की बात ये है कि खाने-पीने की चीजों के मामले में इंफ्लेशन और भी तेजी से बढ़कर 16.2 फीसदी पर जा पहुंचा है। यहां जनता लगातार मांग कर रही है कि उन्हें राहत देने के लिए सरकार की तरफ से कोई कदम उठाया जाए।
वहीं इकोनॉमिस्ट ने उम्मीद जताई थी कि अक्टूबर में मुद्रास्फीति (Inflation) का आंकड़ा 10.7 प्रतिशत रहेगा, हालांकि, असल आंकड़ा उनकी उम्मीद से ज्यादा रहा। ओएनएस ने कहा कि खाद्य पदार्थों और ऊर्जा की ऊंची कीमतों के चलते महंगाई बढ़ी. इसके बाद अब फ्यूल और खाने के सामान पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ने वाला है, जिससे आम आदमी की परेशानी और ज्यादा बढ़ सकती है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक गुरुवार (17 नवंबर) की सुबह ब्रिटेन लौटेंगे और सबसे पहले अपने वित्त मंत्री की आपातकालीन बजट वक्तव्य की प्रस्तुति के लिए जाने वाले हैं। सुनक ने G-20 समिट के दौरान कहा था कि गुरुवार का बजट यह निर्धारित करेगा कि हम इस देश को सही रास्ते पर कैसे लाएंगे। इससे पहले उन्होंने कहा था कि सबसे बड़े आर्थिक संकट को दूर करने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को एक दशक तक ठोस प्रयास करने की आवश्यकता होगी। रॉयटर्स ने बाजार के जानकारों के हवाले से लिखा है कि बैंक ऑफ इंग्लैंड जल्द ही दरों को मौजूदा 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 से 4.5 प्रतिशत तक पहुंचा सकता है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved