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    सीहोर के शरबती गेंहू ने देश में बनाई अलग पहचान

  • August 28, 2020
    सीहोर। स्वादिष्ट और सोने जैसी सुनहरी शरबती गेहूं को लेकर पूरे देश में अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाले मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में इस साल गेहूं की बंपर पैदावार हुई। अपनी मेहनत के सार्थक होने से किसान खुश हैं। “शरबती” गेहू देश में उपलब्ध गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म है। शरबती गेहू की सीहोर क्षेत्र में बहुतायत में पैदावार की जाती है।
    जानकारी के अनुसार सीहोर क्षेत्र में एक काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी है जो शरबती गेहूं के उत्पादन के लिए उपयुक्त है। शरबती गेहूं को द गोल्डन ग्रेन भी कहा जाता है, क्योंकि इसका रंग सुनहरा होता है यह हथेली पर भारी लगता है और इसका स्वाद मीठा होता है, इसलिए इसका नाम शरबती है। जैसा कि नाम से पता चलता है, शरबती किस्म का गेहूं टेस्ट में थोड़ा मीठा होता है, शायद अन्य गेहूं की किस्मों की तुलना में इसमें ग्लूकोज और सुक्रोज़ जैसे सरल शर्करा की मात्रा अधिक होती है। शरबती गेहूं की खेती मध्य प्रदेश में ही होती है, जिसका 50% उत्पादन सीहोर में होता है।
    सबसे महंगा बिकता है शरबती
    शरबती गेहूं की खासियत यह है कि इसकी चमक के साथ ही इसके दाने एक जैसे होते हैं। गेहूं की सभी किस्मों में यह सबसे महंगा बिकता है। लोकमन, मालवा शक्ति और अन्य किस्म के गेहूं जहां 2000 से 2500 रुपए प्रति क्विंटल बिकते हैं, वहीं शरबती का न्यूनतम भाव ही 2800 रुपए क्विंटल होता है। यह आमतौर पर 3500 से 4500 रुपये तक बिकता है। 2018 में सीहोर जिले की आष्टा कृषि उपज मंडी में शरबती गेहूं 4701 रुपये क्विंटल बिका था।
    सीहोर क्षेत्र में काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी है, जो शरबती गेहूं के लिए सबसे बेहतर होती है। प्रदेश में शरबती गेहूं सीहोर के साथ ही नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, अशोकनगर, भोपाल और मालवा क्षेत्र के जिलों में बोया जाता है। प्रदेश सरकार शरबती गेहूं को ब्रांडनेम यानी भौगोलिक संकेतक (जीआई) दिलाने का प्रयास कर रही है। ब्रांडनेम मिलते ही प्रदेश के शरबती गेहूं के नाम से कोई कंपनी या संस्था अपना नाम नहीं दे पाएगी।
     
    सीहोर का शरबती गेहूं सात राज्यों में जाता है
    तमिलनाडु, गुजरात, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से कई कंपनियां सीजन के समय सीहोर में आकर खुद शरबती गेहूं की खरीद करती हैं, इस साल लॉकडाउन के कारण यह व्यापारियों के जरिए शरबती की खरीद कर रही हैं। आईटीसी ने सोया चौपाल सेंटर पर शरबती गेहूं खरीदने के लिए काउंटर बनाया है। कई किसान मंडी से अधिक कीमत पर यहां अपना गेहूं बेच रहे हैं।
    शरबती की बेस्ट किस्म है सी- 306
     शरबती गेहूं में सी-306 किस्म बेस्ट मानी जाती है। इसकी क्रॉस वैरायटी भी बाजार में उपलब्ध है। इसका एक-एक दाना एक समान और सोने जैसा चमकता है। इस बार कठिया गेहूं की एकदम नई वैरायटी ‘दूरम’ को लेकर भी यहां किसान काफी उत्साहित हैं। इस गेहूं का उत्पादन 60 से 65 क्विंटल प्रति हेक्टेयर दर्ज किया गया है।

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