
नई दिल्ली: डिमांड बढ़ने और फेडरल रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बाद पहली बार चांदी 2 लाख रुपये प्रति किलो के पार (Silver crosses Rs 2 lakh per kg) पहुंच गई. मल्टी कमोडिटी मार्केट (MCX) पर चांदी अभी करीब 1600 रुपये चढ़कर 2,00,510 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही है. वहीं आज गोल्ड ने भी रिकॉर्ड हाई लेवल बनाया है.
चांदी से ज्यादा आज गोल्ड की कीमत में तेजी आई है. एमसीएक्स पर सोना आज करीब 2500 रुपये चढ़कर 1,34,966 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो इसका रिकॉर्ड हाई लेवल है. सोने-चांदी के दाम में यह तगड़ी उछाल शाम के वक्त आई है, जब भारतीय स्टॉक मार्केट बंद हो चुका है. भारतीय शेयर बाजार भी आज तगड़ी उछाल के साथ बंद हुआ. निफ्टी 140 अंक चढ़कर 26000 के ऊपर और सेंसेक्स 450 अंक उछलकर 85,267 पर क्लोज हुए.
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की उपाध्यक्ष और एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स की कार्यकारी अध्यक्ष अक्षा कंबोज ने कहा कि उद्योग उत्पादन के उत्साहजनक रुझानों और डॉलर के कमजोर होने के कारण चांदी की कीमतों में और तेजी हो सकती है. इंडस्ट्रीज और क्लीन एनर्जी की बढ़ती मांग की उम्मीद के साथ यह गति सकारात्मक बनी हुई है.
2025 में चांदी की कीमतों में पहले ही 100% की उछाल आ चुकी है. एक्सिस म्यूचुअल फंड की एक रिपोर्ट के अनुसार, सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों के लगातार विस्तार से चांदी की मांग में तेजी आई है. निवेशकों द्वारा कमोडिटी में निवेश करने और अन्य धातुओं में मजबूत रुझान से चांदी को लाभ मिल रहा है, जिससे पूरे मार्केट में पॉजिटिविटी बनी हुई है. भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी टैरिफ के आर्थिक नतीजों को लेकर चिंताएं, केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने- चांदी की भारी खरीद और ईटीएफ में महत्वपूर्ण निवेश के कारण इन कीमती धातुओं की कीमतों में उछाल आई है.
इतिहास में हमने देखा है कि लॉन्ग टर्म में सोने और चांदी ने हमेशा ऊपर की ओर तेजी दिखाई है और निवेशकों को अच्छे रिटर्न दिए हैं. ऐसे में लॉन्टर्म नजरिए के तौर पर निवेश सही फैसला हो सकता है. लेकिन अभी सोने और चांदी की कीमते रिकॉर्ड हाई पर हैं तो गिरावट का रिस्क हो सकता है. भौतिक मांग में कमजोरी, संभावित ईटीएफ निकासी और मुनाफावसूली भी होने का खतरा ज्यादा है. ऐसे में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आ सकती है.
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अगर आप सोने और चांदी में निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं, लेकिन कीमतें बढ़ने की वजह से इसे खरीद नहीं पा रहे हैं तो आपको थोड़ा-थोड़ा करके Gold और सिल्वर ईटीएफ में पैसा निवेश करना चाहिए. इससे कीमत में गिरावट के बाद भी शॉट टर्म में नुकसान का रिस्क भी कम हो जाएगा और गिरावट पर ज्यादा खरीदारी के बाद, जब तेजी आएगी तो ज्यादा लाभ होगा.
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