
औरंगाबद। कोरोनाकाल तथा लॉकडाउन के दौरान बाहर से आए कामगारों, उद्योग धंधों और व्यवसाय के बंद हो जाने से प्रभावित छोटे-छोटे उद्यमियों व्यवसायियों को पुनः रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से पंजाब नेशनल बैंक ने केंद्र सरकार की नीतियों के अनुरूप ऋण जारी करने की एक व्यापक कार्ययोजना बनाई है।
बैंक के बिहार जोन के प्रमुख संजय कांडपाल ने बताया कि बैंक की ओर से चालू वित्तीय वर्ष के दौरान कृषि एवं गृह ऋण के साथ ही उद्योगों, छोटे-छोटे व्यवसाय तथा फुटपाथी दुकानदारों को रोजगार का अवसर प्रदान करने के लिए पूरे राज्य में 12000 करोड़ रुपए का ऋण जारी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक इस लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि फुटपाथी दुकानदारों का जिनका व्यवसाय लॉकडाउन तथा कोरोना काल के दौरान बंद हो गया था और उनके पास फिर से व्यवसाय को खड़ा करने के लिए क्रियाशील पूंजी तक नहीं बची, उनकी जिंदगी की गाड़ी को पुनः रोजगार से जोड़कर पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के तहत बड़े पैमाने पर 10 -10 हजार के ऋण एक वर्ष के लिए दिये जा रहे हैं। इसके तहत शुक्रवार को 107 फुटपाथी दुकानदारों को 10 -10 हजार का ऋण सब्सिडी सहित जारी किया गया। इससे इन दुकानदारों को एक बार पुनः अपने व्यवसाय को खड़ा करने का अवसर मिलेगा।
कांडपाल ने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक बिहार के अति पिछड़े तथा नक्सल प्रभावित सुदूरवर्ती इलाके में बैंकिंग की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराकर विकास की एक और नई कड़ी जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद में मंडल कार्यालय खुल जाने से औरंगाबाद रोहतास और अरवल जिलों में बैंक अपने ग्राहकों तथा ग्रामीणों को पहले की तुलना में ज्यादा बेहतर सेवा उपलब्ध करा सकेगा। इसके लिए प्रत्येक शाखा स्तर पर हर माह 2 ग्राम संपर्क अभियान भी चलाया जा रहा है जिसके तहत ग्राहकों को ऑन स्पॉट बैंकिंग सुविधाएं सुलभ कराई जा रही हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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