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कभी 50 रु. में गीत बेचा, फिर बाजी पलटी तो करोड़ों की फिल्में बनाई


आज है ख्यात निर्माता-निर्देशक प्रकाश मेहरा का जन्मदिन
इंदौर। इंदौर। वैसे प्रकाश मेहरा अभिनेता बनना चाहते थे लेकिन अच्छे गीत भी लिख लेते थे । मुंबई में संघर्ष के दिनों में गीतकार भरत व्यास को मात्र 50 रु. में तुम गगन के चन्द्रमा हो मैं धरा की धूल हूं… जैसा गीत बेचना पड़ा, मेहनत के बाद आखिरकार बाज़ी पलटी तो करोड़ों बजट वाली फिल्मों का निर्माण किया।
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को महानायक बनाने में कई लोगों का विशेष हाथ रहा है। ऐसे ही एक इंसान हैं निर्माता-निर्देशक प्रकाश मेहरा। 13 जुलाई, 1939 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर में जन्मे प्रकाश मेहरा ने अपने कॅरियर की शुरुआत 1950 में बतौर निर्माण नियंत्रक से की थी फिल्म जंजीर न सिर्फ प्रकाश मेहरा साथ ही अमिताभ के करियर के लिये मील का पत्थर सबित हुई। बताया जाता है धर्मेन्द्र और प्राण के कहने पर प्रकाश मेहरा ने अमिताभ को जंजीर में काम करने का मौका दिया और साइंनिग अमाउंट एक रुपया दिया था। इस फिल्म के बाद अमिताभ और प्रकाश मेहरा ने एक साथ सात फिल्मों में काम किया जिसमें से सभी हिट रहीं । निर्देशक मेहरा और अभिनेता बच्चन के साथ की हिट फिल्मों की सूची में जंजीर के अलावा मुकद्दर का सिकंदर, लावारिस, नमक हलाल, शराबी और हेराफेरी शामिल हैं। आखिरी बार दोनों की जोड़ी फिल्म जादूगर में दिखी थी जो चल नहीं पाई प्रकाश मेहरा अमिताभ को प्यार से लल्ला कहकर बुलाते थे। जंजीर की सफलता के बाद अमिताभ और प्रकाश मेहरा की सुपरहिट फिल्म का कारवां चलता रहा ।
यह थी मेहरा की हिट फिल्में
जंजीर, मुकद्दर का सिकंदर, शराबी, नमक हलाल, हेराफेरी, जादूगर, लावारिस, हसीना मान जाएगी, बाल ब्रह्मचारी, जिन्दगी एक जूआ, मुकद्दर का फैसला, समाधि, हाथ कि सफाई, मेला, दलाल, खून पसीना, मुझे मेरी बीवी से बचाओ, ईमानदार, एक हसीना दो दिवाने, ज्वालामुखी, चमेली की शादी, आन-बान आदि 17 मई 2009 को प्रकाश मेहरा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
एक सफल गीतकार भी थे प्रकाश मेहरा
प्रकाश मेहरा ने अपनी कई फिल्मों के लिये सुपरहिट गीतों की रचना की थी। इन गीतों में ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना, लोग कहते है मैं शराबी हूँ, जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारो, जवाने जाने मन हसीन दिलरूबा, जहां चार यार मिल जाये वहां रात हो गुलजार, इंतहा हो गयी इंतजार की, दिल तो है दिल, दिल का ऐतबार क्या कीजे, दिलजलों का दिलजला के क्या मिलेगा, दिलरुबा, दे दे प्यार दे, और इस दिल में क्या रखा है, अपनी तो जैसे तैसे कट जायेगी, और रोते हुये आते है सब हंसता हुआ जो जायेगा आदि शामिल है।

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